Vastu Tips For home (AI Generated Image)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि घर के किन हिस्सों (Vastu tips for home) में साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, वरना इससे आपके जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं। वहीं अगर आप वास्तु के इन नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे सौभाग्य में वृद्धि होती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्य द्वार के नियम
वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार को भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो बना रहे, तो मेन गेट को गंदगी से मुक्त और साफ-सुथरा रखें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके मुख्य द्वार पर अंधेरा न हो, वहां पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें।
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ईशान कोण है खास
वास्तु शास्त्र (Vastu Tips In hindi) में ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा को विशेष महत्व दिया जाता है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप इस दिशा में सफाई का पूरा ध्यान रखें। वास्तु शास्त्र में माना गया है कि ईशान कोण से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। ऐसे में यदि आप इस दिशा में स्वच्छता का ध्यान रखते हैं, तो इससे परिवार के स्वास्थ्य, खुशी और समृद्धि में वृद्धि होती है।
रसोई में न करें ये गलतियां
रसोई भी घर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें वास्तु नियमों का ध्यान रखा जाना जरूरी है। रसोई में साफ-सफाई के इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आपकी रसोई में किसी भी तरह का टूटा-फूटा सामान, कूड़ा, या झाड़ू जैसी चीजें नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही बासी या खराब खाना फ्रिज में रखने से बचें। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
यहां रखें साफ-सफाई का ध्यान
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अक्सर कुछ लोग बाथरूम या फिर टॉयलेट की सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। इस स्थिति में भी आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप बाथरूम और टॉयलेट की साफ-सफाई का भी पूरी तरह से ध्यान रखें।
इन बातों का भी रखें ख्याल
घर में छत और बालकनी जैसे हिस्सों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि इन जगहों पर गंदगी या कबाड़ जमा होने से नकारात्मकता का प्रभाव बढ़ता है। जब भी आप घर की सफाई करें, तो कॉर्नर्स की सफाई का भी ध्यान रखें। इन सभी बातों का ध्यान रखने पर वास्तु दोष दूर बना रहता है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है। |