अब नहीं सताएगा बाढ़ का डर...बिजनौर में गंगा की धारा से हटेंगे सिल्ट के टापू, बनेगा 7 किलोमीटर लंबा चैनल

LHC0088 The day before yesterday 13:09 views 374
  



जागरण संवाददाता, बिजनौर। गंगा के प्रकोप को शांत करने और बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए पहले नदी की धारा के बीच में काम किया जाएगा। नदी की धारा के बीच से सिल्ट के टापू साफ किए जाएंगे और पानी के बहने के लिए चैनल बनाया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

नदी के बैड क्षेत्र को भी गहरा किया जाएगा। नदी को खुलकर बहने की जगह मिलेगी तो धारा तटबंध की ओर कटान नहीं करेगी। साथ ही गांवों की ओर बाढ़ का खतरा भी खत्म हो जाएगा।

सिंचाई विभाग द्वारा इसकी परियोजना बनाकर भेजी गई है। आठ दिसंबर 2025 जिले में यह वह तारीख थी जिस दिन गंगा किनारे के दो दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों के अलावा जिला मुख्यालय के लोगों की आंख से रात भर नींद गायब थी।

पहाड़ों पर बरसात से गंगा पूरे वेग से बह रही थी और गंगा का पानी रावली तटबंध को तेजी से काटकर बहा रहा था। लग रहा था कि तटबंध अब टूटा कि अब टूटा।

तटबंध टूटता तो गंगा का पानी कितने गांवों में भरता, कहां तक जाता इसकी कल्पना से ही लोग डरे हुए थे। चमत्कार हुआ और तटबंध किसी तरह टूटने से बच गया, लेकिन धारा अभी भी तटबंध से ही सटकर बह रही है। इसका कारण है कई किलोमीटर तक गंगा की धारा के बीच में सिल्ट के टापू बने हैं।

गंगा की धारा उत्तराखंड से जिले में आती है। इसमें मालन और सोनाली नदी भी यहीं समाहित होती हैं। इन नदियों के पानी के साथ खेतों में कटान की मिट्टी, सिल्ट आदि भी आती है। पानी बह जाता है और सिल्ट धारा में जमी रह जाती है जो धीरे-धीरे धारा से भी ऊंचे टापू का रूप ले लेती है।

इन टापुओं की वजह से गंगा में पानी धीरे-धीरे तटबंध की ओर शिफ्ट होता जा रहा है। पूरे वेग से पानी न निकलने पर पानी पीछे की ओर जोर मारता है और तटीय गांवों की खेतों में भर जाता है। तटबंध बच गया लेकिन खतरा तो अभी भी है। इस खतरे से निपटने के लिए सिंचाई विभाग पहली बार गंगा की धारा में चैनल बनाने जा रहा है।

यह भी पढ़ें- किसानों के लिए खुशखबरी! अब हर ब्लॉक में खुलेंगे पशु औषधि केंद्र, सस्ते दामों पर मिलेंगी दवाइयां



ऐसे होगा काम

गंगा की धारा में रावली से लेकर बैराज तक लगभग सात किलोमीटर क्षेत्र में सिल्ट को बड़ी मशीनों से हटाकर तटबंध की ओर डाला जाएगा। इससे तटबंध मजबूत होगा। साथ ही गंगा की धारा तो चार से पांच मीटर तक गहरा किया जाएगा। धारा के बीच में कोई व्यवधान नहीं होगा तो पानी सरपट बहता चला जाएगा।

आज तक साफ नहीं हुई सिल्ट

बिजनौर में चौधरी चरण सिंह मध्य गंगा बैराज का निर्माण वर्ष 1984 में हुआ था। तब से अब तक गंगा की धारा में सिल्ट साफ नहीं हुई है। उत्तराखंड से पानी के साथ जो भी सिल्ट बहकर आई वह धारा के बीच में जमा होती गई।

गंगा का पानी बीच धारा को छोड़कर दोनों ओर कटान करता रहा। इससे गंगा की धारा पांच किलोमीटर से भी अधिक चौड़ी हो गई है।



गंगा की धारा में चैनल बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसे जल्दी ही मंजूरी मिलने की संभावना है। यांत्रिकी खंड द्वारा गंगा की धारा में तटबंध बनाने का कार्य किया जाएगा।


                                                                     ब्रजेश मौर्य, अधिशासी अभियंता- सिंचाई विभाग
like (0)
LHC0088Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments
LHC0088

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1310K

Credits

Forum Veteran

Credits
133455

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.