सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। नशे के लिए कोडीन युक्त कफ सीरप और नारकोटिक्स की दवाओं की अवैध बिक्री के लिए मुख्यालय से आई टीम ने 28 घंटे में दो फार्मा कंपनी सहित 26 फर्मों पर छापे मारे। शनिवार शाम को टीम की कार्रवाई पूरी हुई। टीम ने एलोसेफ फार्माकेयर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा राजस्थान में बिक्री किए गए घुटने के दर्द में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन के नकली मिलने पर नमूने लिए। इसके साथ ही पांच अन्य दवाओं के नमूने लिए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
14 फर्मों सहित दो फार्मा कंपनी और 10 थोक की दुकान और गोदाम पर छापे
लखनऊ में नशे के लिए कोडीन युक्त सीरप की तस्करी का पर्दाफाश होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, आयुक्त रोशन जैकब के नेतृत्व मुख्यालय स्तर से गठित टीम ने शुक्रवार दोपहर में कोडीन युक्त सीरप का कोलकाता में अवैध कारोबार करने में पकड़े जा चुके देवेंद्र आहूजा से जुड़ी फर्म और पूर्व में कोडीन युक्त कफ सीरप की बिक्री में संलिप्त रहीं 14 फर्मों को चिन्हित कर छापे मारे। जांच में सामने आया कि 12 फर्मों दो वर्ष पहले ही कोडीन युक्त सीरप की बिक्री बंद कर चुकी हैं, राजधानी ड्रग हाउस और जीएस मेडिको पर कोडीन युक्त सीरप बहुत कम मात्रा में मिला।
40 इंजेक्शन राजस्थान में जांच में नकली मिलने पर जांच
टीम ने खरीद बिक्री के रिकॉर्ड खंगाले लेकिन कोडीन युक्त कफ सीरप की अवैध बिक्री नहीं मिली। टीम ने जांच का दायरा बढ़ाया, टीम ने कमला नगर स्थित एग्रोसेफ फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड पर जांच के लिए पहुंची। इसकी 08 अन्य सहयोगी कंपनियां संचालित मिली। इसमें से एलोसेफ फार्माकेयर प्राइवेट लिमिटेड राजस्थान की फर्म को घुटने के दर्द में इस्तेमाल होने वाले 108 केनाकोर्ट 40 इंजेक्शन की बिक्री की थी, राजस्थान में हुई जांच में इंजेक्शन नकली मिले हैं।
पूछताछ में सामने आया कि यह इंजेक्शन एग्रोसेफ फार्मास्यूटिकल्स द्वारा फव्वारा स्थित जय श्री राम फार्मा से खरीद कर एलोसेफ फार्माकेयर प्राइवेट लिमिटेड को बिक्री किया गया था। मौके पर चार इंजेक्शन मिले इसके नमूने लेने के साथ ही आगे की कार्रवाई की जारी रहेगी।
टीम ने यहां की छापामारी
टीम ने मेडिजोन ड्रग डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड, एग्रोसेफ फार्मास्यूटिकल्स, अमित मेडिकल एजेंसी के साथ ही बीएम प्रेम मेडिकेयर एंड फार्मास्यूटिकल्स मारूति प्लाजा, संजय प्लेस, आगरा में स्थित है, फुटकर विक्रता कार्तिक मेडिकल स्टोर, बीएम हास्पिटल कमला नगर, आगरा में स्थित है। इन फर्मों के चार गोदाम भी मिले, फुटकर फर्म को छोड़कर अन्य फर्म में बहुत कम खरीद बिक्री का रिकॉर्ड मिला। यहां से चार दवाओं के नमूने लिए गए।
सहायक आयुक्त (औषधि), मुख्यालय डा. अखिलेश कुमार जैन, औषधि निरीक्षक, मुख्यालय-लखनऊ वैभव बब्बर, गाजियाबाद के आशुतोष मिश्रा, एटा के अनुरोध कुमार, मैनपुरी के दीपक कुमार, फिरोजाबाद के देशबन्धु विमल, मथुरा के प्रेम पाठक आगरा के कपिल शर्मा टीम में शामिल रहे।
नारकोटिक्स की दवाओं की अवैध बिक्री में पंजाब पुलिस द्वारा पकड़े गए कारोबारी की फर्म की भी जांच
टीम ने पूर्व में नारकोटिक्स की औषधियों के अवैध क्रय- विक्रय में संलिप्त मिलने पर पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए कृष्णा एजेंसी के संचालकों के स्वजनों की कमला नगर स्थित ओक्विक लाइफ साइंसेज और तकिया लाली मस्जिद स्थित गोदाम की जांच की। जांच में नारकोटिक्स की दवाओं की खरीद बिक्री नहीं मिली। एक संदिग्ध दवा का नमूना लिया है।
रेफ्रिजरेटर की जगह खुले में रखे मिले इंजेक्शन की बिक्री पर लगाई रोक
टीम ने गोल्डन पैलेस, फव्वारा स्थित माधव कृपा ऐजेंसी पर जांच की। यहां जिन दवाओं को कोल्ड चेन बनाए रखने के लिए रेफ्रिजरेटर व कोल्ड रूम में रखा जाना चाहिए था वे खुले में रखी मिली। टीम ने एबायटोक्स इंजेक्शन, सिंटोसिनोन इंजेक्शन की बिक्री पर रोक लगा दी है।
कोडीन युक्त सीरप की पूर्व में बिक्री करने वाली 14 फर्मों पर की गई जांच
- जीएस मेडिको शीतला गली
- नीलकंठ मेडिकल एजेंसी जौहरी बाजार
- मानविक मेडिकल एजेंसी, चिली ईंट रोड, घटिया आजम खां
- कोमल मेडिकल एजेंसी नवाबिया मार्केट, फव्वारा
- जय श्री राम फार्मा, शीतला गली
- जीएस फार्मा बोहरे रामगोपाल मार्केट, फव्वारा
- एचएमजी ड्रग हाउस, मुबारक महल, फव्वारा
- मनु फार्मा, हींग की मण्डी, फव्वारा
- श्री जी फार्मा नवाबिया मार्केट फव्वारा
- रश्मि मेडिको झूलेलाल मार्केट फव्वारा
- रजत फार्मा झूलेलाल मार्केट फव्वारा
- राजधानी ड्रग हाउस मुबारक महल, फव्वारा
- विजय मेडिकल एजेंसी मुबारक महल एक्सटेंशन, हींग की मण्डी, फव्वारा
- महेश फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर कम्मूटोला, फव्वारा
फव्वारा दवा बाजार में नहीं खुली तमाम दुकानें
औषधि विभाग की टीम ने शुक्रवार के बाद शनिवार को भी जांच की। मुख्यालय से टीम के आने की जानकारी होने के कारण शनिवार को फव्वारा दवा बाजार की तमाम दुकानें नहीं खुलीं। दवा कारोबारी औषधि विभाग की कार्रवाई की जानकारी लेते रहे। |