जागरण संवाददाता, रक्सौल (पूर्वी चंपारण)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नेपाल और भूटान के लिए महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए 100 रुपये से बड़े मूल्यवर्ग के भारतीय नोट- 200, 500 को ले जाने, लाने और विनिमय करने की अनुमति दे दी है। जिससे सीमावर्ती क्षेत्र के व्यपारियों में हर्ष है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरबीआई की इस नई व्यवस्था के बाद नेपाल में इन बड़े नोटों के पाबंदी हटाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। आरबीआई ने हाल ही में ‘विदेशी मुद्रा प्रबंधन (करेंसी निर्यात एवं आयात) संशोधन विनियमावली–2025’ जारी की है।
नए नियमों के अनुसार अब कोई भी व्यक्ति-चाहे वह भारतीय नागरिक हो या किसी अन्य देश का नागरिक, नेपाल या भूटान यात्रा के दौरान 100 रुपये से अधिक मूल्य के भारतीय नोट कुल 25,000 रुपये तक साथ ले जा सकता है। इसी तरह नेपाल या भूटान से भारत वापस आने वाले यात्री भी 25,000 रुपये तक के बड़े नोट लेकर आ सकेंगे।
इससे पहले नेपाल में 100 रुपये से बड़े सभी भारतीय नोटों पर पूर्ण प्रतिबंध था। वर्ष 2016 की नोटबंदी के बाद नेपाल में बड़ी मात्रा में फंसे पुराने भारतीय नोट अब तक नहीं बदले जा सके थे।
बता दें कि सुरक्षा और नियमन के हवाला देकर नेपाल राष्ट्र बैंक ने 100 से ऊपर के सभी भारतीय नोटों पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब आरबीआई के नए निर्णय के बाद नेपाल राष्ट्र बैंक भी जल्द ही प्रतिबंध हटाने के लिए के लिए पत्र जारी करने की तैयारी में है। इसकी जानकारी नेपाल राष्ट्र बैंक के प्रवक्ता गुरुप्रसाद पौडेल ने दी। पौडेल ने आरबीआई के इस कदम का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि यह सुविधा सीमा क्षेत्र के व्यापारियों, भारत में काम करने जाने वाले नेपाली श्रमिकों और नेपाल घूमने आने वाले भारतीय पर्यटकों को बड़ी राहत देगी। दोनों देशों के लोगों के लिए अब बड़े नोट रखना और उनका विनिमय करना बेहद आसान होगा। यह सुविधा केवल नेपाल और भूटान के लिए ही लागू होगी। पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों को यह अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय पर्यटक पहले से ही नेपाल में 25,000 रुपये तक लाने के पात्र रहे हैं। हालांकि भारत ने वर्ष 2023 से नए 2000 रुपये के नोट छापना बंद कर दिया है, लेकिन पुराने 2000 रुपये के नोट अब भी कानूनी रूप से मान्य हैं। |