जागरण संवाददाता, नूंह। हवाला के जरिए विदेशी हैंडलर के माध्यम से टेरर व जासूसी फंडिंग की 35 लाख रुपए की राशि आरोपित वकील रिजवान के खाते में आई थी। उस राशि को रिजवान ने जालंधर के मिठाई विक्रेता अजय को दिया था। आठ दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहे आरोपित वकील रिजवान ने पूछताछ के दौरान सारे राज उगल दिए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मामले की जांच कर रही है एसआईटी ने बृहस्पतिवार को आरोपित वकील रिजवान व अजय को नूंह की अतिरिक्त सत्र न्यायालय की न्यायाधीश छवि गोयल की अदालत में पेश किया। जहां से रिजवान को चार दिन की पुलिस रिमांड पर फिर से भेज दिया है।
वहीं, आरोपित हवाला कारोबारी अजय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। चार दिन की रिमांड इसलिए ली गई है कि अभी भी ऐसे कई हवाला कारोबारी बताए गए हैं, जिनको रिजवान ने अलग-अलग पंजाब के शहरों में राशि दी थी। जांच टीम इस दौरान ऐसे लोगों पर भी शिकंजा करने की तैयारी कर रही है। हालांकि इस मामले में अमृतसर के भी तीन हवाला कारोबारी भी पुलिस ने पकड़े हुए हैं जो फिलहाल रिमांड पर चल रहे हैं।
दोपहर करीब साढ़े तीन बजे दोनों आरोपितों की पिछली रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत में पेश किया गया। इससे पहले दोनों का तावडू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल कराया गया। कोर्ट में जांच अधिकारी व डीएसपी अभिमन्यू सहित पूरी टीम मौजूद रही।
रिजवान पर आरोप है कि वह हवाला के जरिए विदेश से पैसा लेकर पंजाब में देशविरोधी गतिविधियों को फंडिंग करता था। वह लगातार पंजाब आना-जाना करता रहा और उसके बैंक खातों में बड़े पैमाने पर संदिग्ध लेन-देन के पक्के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक की पूछताछ में रिजवान ने कबूल किया है कि उसने करीब 35 लाख रुपये मिठाई विक्रेता अजय अरोड़ा को दिए थे। जबकि इससे अलग-अलग राशि उसने पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में भी हवाला कारोबारियों को दी थी। पता चला है कि रिजवान द्वारा अजय अरोड़ा को दी रकम उसने अपनी दुकान के मालिक परमजीत चड्ढा को दी,जो फिलहाल विदेश में है। अमृतसर व जालंधर से पकड़े गए अन्य आरोपितों की भूमिका भी इसी फंड ट्रांसफर चेन में सामने आई है। सभी के बैंक खातों की गहन जांच जारी है।
मामले में अब तक कुल पांच आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। सबसे पहले रिजवान को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पंजाब के जालंधर व अमृतसर से अन्य गिरफ्तारियां हुईं। मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने विशेष जांच दल गठित किया है,जिसमें तीन डीएसपी और दो थाना प्रभारी शामिल हैं। एसआईटी की एक टीम अभी भी पंजाब में सक्रिय है और पिछले कुछ दिनों में तीन से चार बार पंजाब का दौरा कर चुकी है। पुलिस को उम्मीद है कि रिजवान से चार दिन की नई रिमांड के दौरान और अहम खुलासे होंगे तथा पूरे नेटवर्क का पर्दाफास होगा।
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