जागरण संवाददाता, जालौन। पोस्ट आफिस के आउससोर्सिंग पर लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से डेढ़ साल पहले एक युवक ने दोस्ती की फिर फ्लिपकार्ट में उसके साथ काम करने लगा। कुछ दिन काम अच्छा होने पर कर्मचारी ने उसे बढ़ाना चाहा तो संबंधित युवक के खाते में करीब 16 लाख रुपये जमा करा दिए। इसके बाद उसने सामान नहीं भेजा और फोन भी बंद कर लिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला रावतान निवासी विक्रम सिंह पुत्र राकेश कुमार ने बताया कि वह उप डाकघर में आउटसोर्सिंग पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर काम करता है। करीब डेढ़ वर्ष पहले आनंद नाम का व्यक्ति डाकघर में मिला जो कि अपना खाता सही कराने डाकघर आया था। जिसके चलते उसने बताया कि वह सेलिंग का काम फ्लिपकार्ट व अमेजन में करता है।
कम दाम में सामान मंगवाकर बाजार में उच्च दामों में बेचता है। उसने काम में जुड़ने के लिए बोला और मैं उस काम से जुड़ गया जिसके बाद उसके मोबाइल पर आर्डर भेजने लगा और वह समय-समय पर सारे सामान भेजता था। कुछ दिन बाद जब अपना ये काम और बढ़ाना चाहा तो उसने बाइक गिरवी रखकर व शैलेंद्र, संजू से पैसे लेकर अपने भाई आलोक के खाते से 16 लाख रुपये आनंद को भिजवा दिए।
लगभग 16 लाख रुपये के आर्डर लगने के बाद उसने अपना फोन बंद कर लिया व आर्डर कैंसिल कर दिए। साथ ही आइडी भी डीलीट कर दी। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने 16 लाख रुपये भेज दिए लेकिन सामान नहीं आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर कार्रवाई की जाएगी। |