11वें इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ-2025) की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।
राजेश मलकानियां, पंचकूला। 6 से 9 दिसंबर आयोजित होने वाला 11वें इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ-2025) का मंच तैयार हो चुका है। इस बार पंचकूला विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी का केंद्र बनेगा। “विज्ञान से समृद्धि: आत्मनिर्भर भारत के लिए” थीम पर आयोजित होने वाले इस महोत्सव में देशभर से वैज्ञानिक, शोधकर्ता, छात्र, इनोवेटर्स और इंडस्ट्री विशेषज्ञ शामिल होंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आईआईएसएफ के लिए कर्टेन रेजर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें इस मेगा साइंस इवेंट की मुख्य रूपरेखा पेश की गई। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से विभिन्न केंद्रीय विज्ञान विभागों के सहयोग से आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और उन्हें विज्ञान आधारित नवाचारों की ओर प्रेरित करना रहा।
महान वैज्ञानिकों को समर्पित विशेष कक्षाएं
इस वर्ष फेस्टिवल में भारत के महान वैज्ञानिकों जैसे आर्यभट्ट, प्रो. पीआर पिस्ट्रॉय, होमी जहांगीर भाभा, कल्पना चावला, जगदीश चंद्र बोस, श्रीनिवास रामानुजन, विक्रम साराभाई, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, प्रफुल्ल चंद्र रॉय और सीवी रमन को समर्पित अलग-अलग कक्षाएं चलाई जाएंगी।
इन कक्षाओं में विशेषज्ञ प्रोफेसर विद्यार्थियों को इनोवेशन, आत्मनिर्भर भारत, ग्लोबल साइंस ट्रेंड और उभरती तकनीकों के बारे में जागरूक करेंगे। मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने बताया कि युवा प्रतिभागियों के लिए इस बार कई विशेष कार्यक्रम रखे जा रहे हैं।
ये विशेष कार्यक्रम होंगे
- हैकाथॉन
- स्टार्टअप शोकेस
- यंग साइंटिस्ट्स कॉन्क्लेव
- शीर्ष वैज्ञानिकों से संवाद
अत्याधुनिक विज्ञान और तकनीक पर आधारित सत्र
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और AGI
- क्वांटम टेक्नोलॉजी
- जीन एडिटिंग
- सेमीकंडक्टर्स
- न्यू स्पेस टेक्नोलॉजी
- 5जी/6जी उभरती दूरसंचार प्रणालियां
आईआईएसएफ का मकसद
- सहयोग, विज्ञान और समाज विकास है।
- वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स, शिक्षकों, विद्यार्थियों, नीति-निर्माताओं और उद्योग जगत एक मंच पर आए
- नए आइडिया सामने आएं
- शोध को समाज के विकास से जोड़ा जा सके
- युवा साइंस और टेक्नोलॉजी में करियर के लिए प्रेरित हों
- साइंस-आधारित आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा मिले
- भारत की पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ना
विषयगत सत्र और आकर्षक गतिविधियां
- Science on Sphere (3D साइंस विजुअलाइजेशन)
- Himalayas in a Changing Climate
- Thought Leaders Round Table
- Vision Sansad
- Blue Economy & Clean Energy Sessions
- इंटरनेशनल ओलंपियाड स्टूडेंट्स मीट
- नारी शक्ति सत्र
- नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव
- एनएसओएम (नेशनल सोशल ऑर्गेनाइजेशंस एंड इंस्टिट्यूशन्स मीट)
विज्ञान को सरल और मजेदार रूप में पेश किया जाएगा साइंस सफारी में खेल, रोमांच और प्रदर्शन आधारित गतिविधियों से विज्ञान को सरल और मजेदार रूप में पेश किया जाएगा। फेस्टिवल में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, रक्षा और अंतरिक्ष से जुड़ी एक विशाल प्रदर्शनी लगेगी, जिसमें यूएवी (ड्रोन), अत्याधुनिक रक्षा तकनीक, नवाचार आधारित मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे।
- विद्यार्थियों के विज्ञान प्रोजेक्ट्स के लिए अलग-अलग स्टॉल बनाए जाएंगे, जहां वे अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत करेंगे। देशभर के विविध स्वादों से सजा एक बड़ा फूड कोर्ट भी बनाया गया है, जहां आगंतुक विभिन्न राज्यों के व्यंजन का स्वाद ले सकेंगे।
|