एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार करते-करते थक गए पैसेंजर्स। गौतम मिश्रा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इंडिगो की फ्लाइट्स रद होने से बुधवार को हजारों यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। यह परेशानी गुरुवार सुबह तक भी ऐसी बनी रही। इस परेशानी के चलते हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे रहे।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने स्पष्ट किया है कि इंडिगो की दर्जनों उड़ानों के रद होने का कारण दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर लागू हुई नई फडीटीएल (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियम नहीं हैं। बाकी सभी एयरलाइंस (एयर इंडिया, स्पाइसजेट, अकासा एयर आदि) ने पहले से ही पायलटों की पर्याप्त व्यवस्था कर रखी है, इसलिए उन्हें कोई खास दिक्कत नहीं आई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फेडरेशन ने सीधे-सीधे इंडिगो के प्रबंधन पर अंगुली उठाई है। उनका कहना है कि असल समस्या इंडिगो की लंबे समय से चली आ रही लीन मैनपावर पॉलिसी यानी जानबूझकर बहुत कम स्टाफ रखने की नीति है।
फेडरेशन ने तंज कसते हुए कहा कि इंडिगो प्रबंधन को पुअर पायलट्स फर्स्ट नहीं, बल्कि पीपल फर्स्ट की नीति अपनानी चाहिए।
वहीं, इंडिगो ने मंगलवार को यात्रियों के लिए एडवाइजरी कर चेताया था कि दिल्ली से उड़ान संचालन वायु यातायात भीड़भाड़ के कारण प्रभावित हो सकता है, जिससे देरी और यात्रियों के लिए लंबा इंतजार हो सकता है।
इंडिगो ने अपनी सलाह में असुविधा को स्वीकार किया और यात्रियों से अपनी वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर रीयल-टाइम अपडेट जांचने का आग्रह किया था।
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इंडिगो ने अपने बयान में कहा कि दिल्ली में वायु यातायात भीड़भाड़ के कारण उड़ान संचालन वर्तमान में प्रभावित है। हम समझते हैं कि जमीन पर और विमान में लंबा इंतजार असुविधा पैदा कर सकता है, और हम आपकी धैर्य की ईमानदारी से सराहना करते हैं। |