सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। डेरी संचालक रतन लोहिया हत्याकांड में साउथ दिल्ली स्पेशल की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। हत्यारोपितों में कुछ की पहचान सामने आ चुकी है। गोली मारने वाले मुख्य तीन आरोपित यूपी के पेशेवर शार्प शूटर बताए जा रहे हैं। तीन अन्य लोग बैकअप के लिए एक अलग कार में सवार थे, जिनमें से एक फरीदाबाद के तिगांव थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सभी हमलावर तिगांव से वारदात वाली सुबह करीब चार बजे दो कारों में सवार होकर निकले थे। आया नगर में पहुंचकर तीन शूटर कार से बाहर डेरी संचालक के इंतजार में वारदात स्थल पर खड़े हो गए। जबकि दूर खड़ी दूसरी कार में तीन अन्य आरोपित थे, जिन्होंने रतन के वहां पहुंचने पर निशानदेही की थी।
फरीदाबाद से मिली थी कार
हत्या की घटना के करीब तीन घंटे बाद ही वारदात में प्रयुक्त दो में से एक कार को स्पेशल सेल टीम ने फरीदाबाद के चांदपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में गांव लेहडोला से लावारिस हालत में बरामद किया था। पुलिस को पता चला है कि बदमाशों संग करीब छह महीने पहले छतरपुर मेट्रो स्टेशन के बाहर गोलियों से छलनी किए गए अरुण की ननिहाल से भी एक-दो स्वजन थे।
इसीलिए स्पेशल सेल की टीम ने बुधवार सुबह करीब 11.30 बजे फरीदाबाद के तिगांव में एक बार फिर दबिश दी। दूसरी कार और हत्यारोपितों की तलाश जारी है। हालांकि दक्षिणी जिला पुलिस ने अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
आठ घंटे पहले घर से भाग गया था ननिहाल पक्ष
बुधवार को स्पेशल सेल की टीम ने तिगांव गांव में एक संदिग्ध हत्यारोपी व उसके परिवार के सदस्यों के घर पहुंचे थे, तो वहां सभी के घर ताले लगे थे। पुलिस ने जब पड़ोसियों से पूछताछ की तो किसी ने बताया कि परिवार के सदस्य बीते 30 नवंबर की रात को करीब 11.30 बजे के आसपास गाड़ियों में बैठकर कहीं चले गए थे, जो वापस नहीं लौटे हैं।
जबकि हत्या की वारदात सुबह 6.25 बजे अंजाम दिया गया था। यह माना जा रहा है कि सुनियोजित साजिश के तहत डेरी संचालक की हत्या की गई।
चार गुना गोली मारने की कसम
सूत्रों के मुताबिक डेरी संचालक की हत्या में जांच के दौरान पुलिस को सबसे पहला और बड़ा इनपुट मिला। करीब छह महीने पहले रंजिश में आया नगर के ही रहने वाले जिस अरुण लोहिया की हत्या की गई थी, उसके अंतिम संस्कार में चिता के समक्ष खड़े होकर ननिहाल पक्ष के एक व्यक्ति ने बदला लेने के लिए चार गुना गोली मारने की कसम खाई थी।
बता दें, अरुण की हत्या करने वाले बदमाशों ने उसे करीब 20 गोली मारी थी। रविवार सुबह रतन लोहिया को भी करीब 70 से 80 गोली मारी गई। रतन को इतनी अधिक गोली मारने की बात से पुलिस काफी सकते में थी, पर यही इनपुट हत्यारोपितों तक पहुंचाने में मददगार बन रहा है। |