जागरण संवाददाता, पटना। सनातन धर्मावलंबियों के सभी प्रमुख पर्व-त्योहार समाप्त होने के बाद अब शादी-ब्याह शुरू होगा। चातुर्मास की समाप्ति के बाद शुभ मुहूर्त 18 नवंबर से शुरू होंगे। इस वर्ष नवंबर और दिसंबर में कुल 13 शुभ लग्न मुहूर्त हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बनारसी पंचांग के अनुसार नवंबर में नौ और दिसंबर में चार वैवाहिक लग्न हैं। वहीं मिथिला पंचांग के मुताबिक नवंबर में सात एवं दिसंबर में तीन शुभ विवाह मुहूर्त हैं।
पिछले साल नवंबर और दिसंबर में दोनों पंचांग को मिलाकर 18 शुभ मुहूर्त थे। जो इस साल 5 मुहूर्त कम हैं, जबकि 2022 में नवंबर और दिसंबर के महीने में बनारसी पंचांग के अनुसार 12 और मिथिला पंचांग के मुताबिक दो महीने में 13 लग्न थे। वर्ष 2023 में सबसे ज्यादा इन दो महीनों में बनारसी पंचांग को देखे तो 17 शुभ मुहूर्त थे।
साल 2026 के जनवरी में शादी ब्याह का नहीं है मुहूर्त
नए साल 2026 के पहले महीने जनवरी में खरमास की समाप्त होने के बाद भी शुक्र ग्रह के अस्त होने से शादी-ब्याह नहीं होंगे। 1 फरवरी की शाम 6 बजे पश्चिम दिशा से शुक्र उदित होंगे। इसके बाद नए साल में शादी-ब्याह का शुरू होगा।
शादी में ग्रहों की शुभता है जरूरी
शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना बहुत महत्वपूर्ण होता है। पंडित राकेश झा ने बताया कि वैवाहिक बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता माना गया है। इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी के शुभ योग के लिए बृहस्पति, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है। रवि गुरु का संयोग सिद्धिदायक और शुभफलदायी होता है। इन तिथियों पर शादी-विवाह को बेहद शुभ माना गया है।
वैवाहिक शुभ मुहूर्त
बनारसी पंचांग के अनुसार
- नवंबर: 18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30
- दिसंबर: 1, 4, 5, 6
- फरवरी: 4, 5, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 19, 20, 21, 24, 25, 26
- मार्च: 2, 4, 5, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14
मिथिला पंचांग के मुताबिक
- नवंबर: 20, 21, 23, 24, 26, 27, 30
- दिसंबर: 1, 4, 5
- जनवरी: 29
- फरवरी: 5, 6, 8, 15, 19, 20, 22, 25, 26
- मार्च: 4, 9, 11, 13
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