राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के विरोध में जंतर-मंतर पर ऑक्सीजन सिलेंडर व एयर प्यूरीफायर लेकर प्रदर्शन करते लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi Air Pollution के विरूद्ध दिल्ली वालों का विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को उन्होंने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें विभिन्न नागरिक संगठन, छात्र नेता, पर्यावरण कार्यकर्ता व लोग शामिल हुए। जिनकी हाथों में वायु प्रदूषण के साथ ही अन्य प्रदूषण तथा उसके कारणों को लेकर स्लोगन लिखे प्ले कार्ड थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
युवाओं ने गिटार और अन्य वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुति देते हुए विरोध जताया तथा केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों और उसकी लापरवाही की कड़ी आलोचना की। इसके पूर्व इंडिया गेट व जंतर-मंतर पर वायु प्रदूषण को लेकर प्रदर्शन हो चुका है।
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के विरोध में जंतर मंतर पर गिटार की प्रस्तुती के साथ प्रदर्शन करते युवा। जागरण
हालांकि, इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान दुर्दांत नक्सली माडवी हिडमा के महिमामंडन करने तथा नक्सलवाद को बढ़ावा देने के पक्ष में नारेबाजी को लेकर घिर गए थे। कई प्रदर्शनकारियों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रमुख वक्ता हुए शामिल
इस बीच, जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन में प्रमुख वक्ताओं में एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी,पर्यावरण कार्यकर्ता अतुल, और विभिन्न नागरिक जागरूकता समूहों के प्रतिनिधि शामिल रहे। एक प्रदर्शनकारी अदिति ने कहा कि जनता सांस लेने के हक की लड़ाई लड़ रही है, क्योंकि सरकार वायु प्रदूषण की गंभीरता को स्वीकार करने में नाकाम है और केवल सरकारी कार्यालयों में एयर प्यूरीफायर लगाकर खुद को सुरक्षित कर रही है।
राजनीतिक मुद्दा नहीं, स्वास्थ्य संकट
अतुल ने अपनी व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा कि दिल्ली में पिछले चार वर्षों में हवा की गुणवत्ता लगातार बदतर होती जा रही है और यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि एक स्वास्थ्य संकट है, जिसके लिए तुरंत दीर्घकालीन उपाय करने होंगे। चिंताजनक बात यह कि सरकार इसके प्रति गंभीर प्रतीत नहीं होती।
प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए और प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए प्लेकार्ड्स और मास्क का भी उपयोग किया। उन्होंने दिल्ली सरकार से तत्काल प्रभावी कदम उठाने और प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस नीतियां बनाने की मांग की। |