जागरण संवाददाता, चंदौसी/बनियाठेर। क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी द्वारा रची गई फर्जी लूट की कहानी का पुलिस ने खुलासा कर दिया। नेहटा-मझावली मार्ग के जंगल में लूट की सूचना देने वाले युवक से रातभर की गहन पूछताछ में उसकी पोल खुल गई। युवक ने स्वीकार किया कि उसने स्वयं ही झूठी लूट की वारदात गढ़ी थी और रकम खेत में छिपा दी थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सवा लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। पुलिस आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात करीब नौ बजे स्वतंत्र माइक्रोफिन प्राइवेट लिमिटेड का कर्मचारी विशाल, निवासी बड़ा थान थाना क्षेत्र सिरौली, जनपद बरेली, ने डायल-112 पर सूचना दी कि नेहटा-मझावली गांव के समीप जंगल में बाइक से जाते समय दो अज्ञात युवक बाइक पर आए और उसकी चलती बाइक में लात मारकर उसे गिरा दिया। इसके बाद आरोपितों ने उसके पास मौजूद सवा लाख रुपये की नकदी लूट ली और मौके से फरार हो गए।
विशाल के अनुसार वह मझावली व आसपास के गांव से कंपनी का कलेक्शन करके लौट रहा था। सूचना मिलते ही डायल-112 पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत बनियाठेर थाना पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस टीम ने कथित पीड़ित से घटनास्थल पर ही विस्तृत जानकारी जुटानी शुरू की। पुलिस सूत्रों के अनुसार विशाल बार-बार अपने बयान बदल रहा था और घटना के विवरण में कई विरोधाभास सामने आ रहे थे, जिससे पुलिस का संदेह गहरा गया।
इसके बाद पुलिस उसे थाने ले आई जहां देर रात से लेकर बुधवार दोपहर तक उससे लगातार पूछताछ की जाती रही। लंबी पूछताछ के दबाव में अंततः विशाल टूट गया और स्वीकार किया कि कंपनी को पैसा न देना इसके लिए उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। उसने बताया कि उसने खुद ही रकम छिपा रखी थी और घटनाक्रम को लूट जैसा दर्शाने की कोशिश की थी।
थाना प्रभारी मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि युवक द्वारा दी गई जानकारी का पुलिस ने मौके पर जाकर, लोगों से पूछताछ कर और सीसीटीवी के फुटेज से मिलान किया जिसमें वह झूठी निकली। इसके बाद सख्ती से पूछताछ में उसकी निशानदेही पर सवा लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि फर्जी लूट की सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करने के मामले में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। |