जागरण संवाददाता, लखनऊ। स्पेशल ट्रेन से गुजरात अपने घर लौट रहे 150 बच्चे सोमवार रात उस समय मुसीबत में पड़ गए जब उनको पता चलाा कि उनकी ट्रेन 17 घंटे लेट है। इन बच्चों ने रेलवे अफसरों को फोन मिलाया और कहा कि उनको प्लेटफार्म पर सर्द हवाओं के बीच ठंडी लग रही है। रेलवे ने केवल डेढ़ घंटे के भीतर दो बोगियाें की व्यवस्था कर उसमें बच्चों को शिफ्ट किया। मंगलवार शाम जब ट्रेन लखनऊ आयी तो उन बोगियों से ही बच्चों को रवाना कर दिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
19वीं राष्ट्रीय जंबूरी में हिस्सा लेने के लिए गुजरात के अहमदाबाद, वड़ोदरा सहित कई जिलों से 150 स्काउट व गाइड्स आए थे। उनका वापसी का आरक्षण सोमवार को ट्रेन 09452 भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल ट्रेन में था। इस ट्रेन को सोमवार रात 11:55 बजे लखनऊ स्टेशन पहुंचना था। बच्चे अपने दल के साथ सोमवार शाम छह बजे लखनऊ स्टेशन पहुंच गए। यहां पता चला कि उनकी ट्रेन 17 घंटे लेट है।
खुला स्थान होने के कारण प्लेटफार्म पर सर्द हवाएं चलने से बच्चे ठिठुरने लगे। इन बच्चों ने रात 11 बजे रेलवे अफसरों को फोन करके अपनी पीड़ा बतायी। रेलवे ने एक साथ इतने बच्चों को किसी स्थान पर रखने का विकल्प तलाशा लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर रेलवे ने स्काउट व गाइड्स के लिए आरक्षित दो बोगियों को रात 11 बजे ही फिट देने के लिए मैकेनिकल के अधिकारियों को लखनऊ स्टेशन बुलाया।
अधिकारियों ने सामने खड़े होकर दोनों बोगियों के फिटनेस की प्रक्रिया को पूरा कराकर उसे प्लेटफार्म दो की साइडिंग पर लगवा दिया। इन दोनों बोगियों में सभी बच्चे शिफ्ट हुए। रेलवे ने बच्चों के लिए पीने का पानी, डाक्टर की भी व्यवस्था करायी। सुरक्षा के लिए आरपीएफ को तैनात किया गया। सोमवार शाम 4:10 बजे ट्रेन लखनऊ पहुंची तो बच्चे गुजरात को रवाना हुए। डीआरएम सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि ट्रेन बहुत अधिक लेट थी, ऐसे में उनको सर्दी से बचाने के लिए रात में ही मिशन मोड पर केवल एक घंटे में वैकल्पिक व्यवस्था की गई। |