संवाद सूत्र, सिसवन (सिवान)। सरयू नदी की कटान का असर चांदपुर में बन रहे पुल पर भी पड़ा है। 2016 में शुरू हुई इस परियोजना को जून 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन बाढ़ और कटान के कारण निर्माण में देरी हुई है। रुड़की से आई तकनीकी टीम ने सर्वे कर यूपी की तरफ 24 पिलर बढ़ाने व गाइड बांध बनाने का सुझाव दिया था। ऐसे में 28 की जगह पुल में 47 पिलर होंगे। इससे अब सिवान की दूरी भी 100 किमी कम होगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस पुल पर 198 करोड़ व कटान से एप्रोच की सुरक्षा के लिए गाइड बांध व सड़क चौड़ीकरण पर 100 करोड़ अतिरिक्त खर्च होगा। राज्य सेतु निगम ने पुल की लंबाई 1275 मीटर से बढ़ाकर 2550 मीटर का प्रस्ताव शासन के पास भेजा है। स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
बता दें कि यूपी के चांदपुर व बिहार के सिवान के रघुनाथपुर प्रखंड के गभीरार गांव के बीच सरयू नदी पर बनने वाला निर्माणाधीन पुल आठ वर्षों से अधूरा है। पुल के बनने से बिहार के सिवान से यूपी की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। इस पुल के बनने से सिवान सहित छपरा के लोगों को बलिया, वाराणसी, आजमगढ़ आदि जगहों पर जाने में काफी सहूलियत होगी।
राज्य सरकार ने संपर्क मार्ग के निर्माण की राशि की जमा
बिहार की ओर से बनने वाले संपर्क मार्ग के लिए राज्य सरकार द्वारा राशि जारी कर दी गई है। स्थानीय भौगोलिक विषमताओं के कारण पुल नहीं बन सका। पुल बनने में अभी काफी समय लग सकता है। 2016 में इस पुल की आधारशिला यूपी के चांदपुर में रखी गई थी, लेकिन के कटान के कारण निर्माण सिवान की तरफ से हो रहा है। तब इसके एप्रोच मार्ग को लेकर राशि लगभग 226.98 करोड़ थी।
अब पुल व एप्रोच पर करीब 512 करोड़ खर्च होंगे। स्वीकृत प्रोजेक्ट के अनुसार पुल की लंबाई 1275 मीटर निर्धारित की गई थी, लेकिन प्रत्येक वर्ष सरयू के लहरों से हो कटान ने पुल के वास्तविक परियोजना को काफी प्रभावित किया है।
परियोजना में सेतु निगम द्वारा पुल की लंबाई बढ़ाने को लेकर प्रशासन को प्रस्ताव भी भेजा है। अब पुल 1275 मीटर बढ़कर 2550 मीटर का हो जाएगा। इस पर 198 करोड़ पुल व कटान से एप्रोच की सुरक्षा के लिए गाइड बंधा व सड़क चौड़ीकरण पर 100 करोड़ अतिरिक्त खर्च होगा। गाइड बंधे की डिजाइन बीएचयू की आईआईटी की टीम बना रही है। |