मुंडलाना गांव के राहुल को अमेरिका में पढ़ाई के लिए भेजने के नाम पर 58.50 लाख रुपये की ठगी हुई। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, गोहाना। मुंडलाना गांव के राहुल को पढ़ाई के लिए अमेरिका भेजने का वादा करके ₹58.50 लाख की ठगी कर ली गई। अमेरिका के बजाय उसे दुबई और लीबिया भेज दिया गया। वहां उसे खाना नहीं दिया गया। लीबिया में राहुल का पासपोर्ट छीन लिया गया। अमेरिका नहीं पहुंच पाने पर वह अक्टूबर 2024 में भारत लौट आया। आरोपी अब पैसे लौटाने से मना कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राहुल के चाचा देवेंद्र की शिकायत पर करनाल के सदर थाने में सिद्धपुर गांव के अरुण, वेदप्रकाश, बलवंत, सुलेखा, रेनू, आशा, बुटानी गांव के अमित और अलेवा खांडा गांव के अमित मास्टर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
देवेंद्र ने बताया कि वह अपने भतीजे राहुल को पढ़ाई के लिए अमेरिका भेजना चाहता था और उसने अपने रिश्तेदार रोशन से बात की।
उसने राहुल को अमेरिका भेजने का वादा किया और एजेंट वेदप्रकाश, बलवंत और अमित के साथ उसके घर पहुंचा। वेदप्रकाश ने दुबई में उसके बेटे अरुण से मीटिंग तय की और कहा कि वह तीन-चार महीने में पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंच जाएगा। 51 लाख रुपये में डील हुई।
राहुल को दिल्ली ले जाकर डॉक्यूमेंट्स तैयार किए गए। 15 दिसंबर 2023 को वेदप्रकाश और उसका भाई बलवंत, अमित और रोशन के साथ मुंडलाना गांव आए और 10 लाख रुपये ले लिए। कुछ दिन बाद, उन्होंने दिल्ली से बैंकॉक का एक नकली टिकट भेजा। फिर उन्होंने बैंकॉक का एक और टिकट बुक किया।
बाद में, आरोपी बहाने बनाकर राहुल से पैसे ऐंठते रहे। राहुल कुछ समय बैंकॉक में रहा और मार्च 2024 में दुबई का टिकट बुक किया। इसके बाद, उन्होंने उसे दुबई भेज दिया। दुबई से, उन्होंने उसे जमैका भेजा, लेकिन उसे एंट्री नहीं मिली।
उन्होंने उसे कुछ बार दुबई वापस भेजा। उन्होंने राहुल का पासपोर्ट गिरवी रख लिया और उसे वहां खाना देना बंद कर दिया। इसके बाद, आरोपियों ने उनसे और पैसे लिए। जुलाई में, उन्होंने उसे दुबई से लीबिया भेज दिया, जहाँ पहुँचने पर उन्होंने राहुल को एक कमरे में बंद कर दिया। तीन-चार दिन बाद, उन्होंने पैसे माँगना शुरू कर दिया, उसे पीटा और उसे खाना देना बंद कर दिया। उन्होंने राहुल का फोन छीन लिया।
अरुण ने एक रिकॉर्डिंग भेजकर राहुल को जान से मारने की धमकी दी, नहीं तो उसे वापस भेज दिया जाएगा। उनके कहने पर उसने अलग-अलग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए और उन्हें कैश दिया। राहुल का पासपोर्ट ले लिया गया। 13 अक्टूबर 2024 को राहुल को लीबिया से इंडिया लाया गया। इसके बाद कई बार पंचायत हुई, लेकिन आरोपियों ने पैसे वापस नहीं किए। अब देवेंद्र ने केस किया है।
वे लोन लेकर राहुल को विदेश भेजना चाहते थे
देवेंद्र ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि उनके परिवार का बेटा अमेरिका में पढ़कर उनकी गरीबी दूर करेगा। राहुल को विदेश भेजने के लिए उन्होंने अपनी और अपने चचेरे भाई की जमीन पर लोन लिया, ज्वेलरी और खेती के सामान पर लोन लिया और रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए। आरोपियों ने उनके साथ धोखाधड़ी की। |