एसकेएमसीएच के ईएनटी ओपीडी में बाहर से महंगी दवाएं लिखने का आरोप।
केशव कुमार, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच के ईएनटी ओपीडी में सरकारी आपूर्ति वाली दवाओं को छोड़कर बाहर से महंगी दवाएं लिखे जाने का मरीजों ने आरोप लगाया। साथ ही चिकित्सक स्वजन को जांचघर संचालक का नंबर कागज पर लिखकर दे रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसपर कई मरीजों के स्वजन ने आपत्ति जताई। उनका कहना था कि इतने बड़े अस्पताल में भी बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही है। जांच के लिए चार किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है। गुरुवार को ईएनटी विभाग में अहियापुर थाने के शेखपुर की पूनम कुमारी गला में दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थीं।
चिकित्सक ने दवा लिखते हुए कहा कि संबंधित मेडिकल से दवा लेकर दिखा लेना। साथ ही प्रियंका कुमार ने शनिवार को मछली खाई थी। उनके गले में में मछली का कांटा फंस गया था। दर्द की शिकायत लेकर वह पहुंची थीं। यहां चिकित्सक ने जांच के लिए जूरन छपरा रोड नंबर दो के पास एक जांचघर में भेज दिया।
स्वजन ने जानकारी नहीं होने की बात कही तो चिकित्सक ने जांचघर संचालक का नंबर मुहैया करा दिया। ऐसी ही स्थिति यहां रोज दो-तीन सौ मरीजों के साथ हो रही है। चिकित्सक पांच दवाएं लिखते हैं, जिसमें मात्र एक गैस की दवा ही एसकेएमसीएच से मिलती है। बाकी निजी दवा दुकान से लेनी पड़ती है। वह भी एक निर्धारित दुकान में ही।
शिकायत के बाद उपाधीक्षक डा.सतीश कुमार सिंह ने चिकित्सक को बुलाया। हालांकि वह नहीं आ सके। प्राचार्य सह अधीक्षक डा.आभा रानी सिन्हा ने बताया जांच कर संबंधित चिकित्सक की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी। मरीजों को निजी दवा दुकान की दवा नहीं लिखनी है। अस्पताल में सभी प्रकार की दवाओं की आपूर्ति हो रही है। जो नहीं है, उसकी सूचना चिकित्सक विभागाध्यक्ष स्तर से अधीक्षक कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे।
गिफ्ट व दवा की लिस्ट लेकर पहुंचे मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को घेरा
डेंटल, ईएनटी, मेडिसिन व आई ओपीडी में चिकित्सकों के लिए गिफ्ट और दवा की लिस्ट के साथ फिजिशियन सैंपल लेकर पहुंचे कुछ मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को लोगों ने घेर लिया। उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। लोगों का कहना था कि जो दवा मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव चिकित्सक को दिखाते हैं, वही चिकित्सक लिखते हैं।
इसके बदले में वह चिकित्सक को गिफ्ट दे रहे हैं। मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की लिस्ट के अनुसार लिखी जा रही दवा सभी जगहों पर नहीं मिलती है। इससे उनका व्यापार चौपट हो रहा है। रोजी-रोटी आफत है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निजी दवा दुकानदारों ने कहा इसपर रोक नहीं लगेगी तो सभी मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। |