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जागरण संवाददाता, आगरा। अगर आप सरकारी पेंशनर हैं। अभी तक बैंक या फिर कोषागार कार्यालय में जीवित प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है तो आपकी परेशानी बढ़ने जा रही है। नवंबर की पेंशन पर खतरा मंडरा रहा है।
जिले में 10 हजार पेंशनरों की पेंशन रोकने की तैयारी चल रही है। प्रमाण पत्र न देने वाले पेंशनरों के पास एक से दो दिन का मौका है। डाटा फीडिंग में एक से दो दिन लगेंगे।
जिले में 33 हजार पेंशनर हैं। मुख्य कोषागार कार्यालय द्वारा एक से तीन दिसंबर के मध्य पेंशन खाते में भेज दी जाएगी। बिल बनाने का कार्य 29 और 30 नवंबर को होगा। सबसे अधिक पेंशनर नवंबर में जीवित प्रमाण पत्र जमा करते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके बाद सितंबर और अक्टूबर में प्रमाण पत्र जमा होते हैं। हर दिन 10 से 15 प्रमाण पत्र जमा हो रहे हैं। तीन से पांच आनलाइन प्रमाण पत्र भी आ रहे हैं। 10 में चार आनलाइन प्रमाण पत्रों में कमियां मिल रही हैं।
साल में एक बार जीवित प्रमाण पत्र जमा कराना जरूरी है। प्रमाण पत्र जमा न कराने पर पेंशन रिलीज नहीं होगी। प्रमाण पत्र मुख्य कोषागार कार्यालय या फिर संबंधित बैंक शाखा में जमा कराया जा सकता है।
बैंक शाखा द्वारा इसकी जानकारी कोषागार को दी जाती है। अभी तक 10 हजार पेंशनर ऐसे हैं। जिन्होंने प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है। सबसे अधिक पुलिस, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी शामिल हैं।
मुख्य कोषाधिकारी रीता सचान का कहना है, साल में एक बार जीवित प्रमाण पत्र जमा कराना जरूरी है। प्रमाण पत्र जमा न कराने वाले पेंशनरों को दिसंबर में पेंशन नहीं भेजी जाएगी। प्रमाण पत्र जमा कराने के बाद पेंशन जारी होगी। बैठक कर पेंशनरों को इसकी जानकारी भी दी जा रही है।
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