सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। आचार्य सुश्रुत ने अर्श (पाइल्स) को आठ महारोगों में स्थान दिया है क्योंकि इसकी चिकित्सा करने में परेशानी होती है। इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एम्स आयुर्वेद में चल रहे तीन दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शल्य तंत्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. डॉ. योगेश बडवे ने कहा कि आधुनिक जीवन शैली के कारण लगातार बैठे रहने का आदत, गलत खान-पान, लगातार कब्ज बने रहने के कारण इसकी समस्या होती है।
उन्होंने जोर दिया कि बवासीर एक आम समस्या है, जो 80 प्रतिशत लोगों में कभी न कभी किसी न किसी रूप में होती है। लोग अक्सर शर्म या झिझक के कारण अनदेखा कर देते हैं। समय रहते उपचार लेने पर यह पूरी तरह नियंत्रण में आ सकती है।
लेजर तकनीक से बवासीर का इलाज अब सुरक्षित, कम दर्द वाला और लगभग बिना कट-टांके संभव है। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखने पर तुरंत किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। उन्होंने बताया कि एम्स आयुर्वेद में पुरातन से लेकर आधुनिक तकनीक के जरिए इसके उपचार की पूरी व्यवस्था है।
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