राज्य का वाशिंदा बनने के लिए बाहरी राज्यों के लोग अपना रहे शार्ट कट। प्रतीकात्मक
अनुज सक्सेना, जागरण रुद्रपुर । हल्द्वानी के वनभूलपुरा में फर्जी दस्तावेज से स्थाई निवास प्रमाणपत्र बनाने के पकड़े गए रैकेट ने भले ही प्रदेश में हलचल मचा दी हो, लेकिन ऊधम सिंह नगर जिले का प्रशासन यहां तेजी से आ रहे जनसांख्यिकीय बदलाब को देखते हुए पहले ही अलर्ट हो गया था। यही कारण है कि जिले में इन छह माह के भीतर की रिपोर्ट चौकाने वाली आई है। यहां 11 हजार से अधिक लोगों के आवेदन प्रशासनिक जांच में रिजेक्ट किए गए हैं। इनमें अधिकांश में गलत दस्तावेज लगाकर स्थाई निवास बनवाने का मामला सामने आया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उत्तराखंड में बाहरी लोगों का आगमन तेजी से हो रहा है। जनसांख्यिकीय बदलाव के लिहाज से देखें तो ऊधम सिंह नगर जिला कुमाऊं में सबसे आगे है। यहां किच्छा का सिरौलीकलां, खटीमा, जसपुर, काशीपुर, सुल्तानपुर पट्टी ऐसे क्षेत्र चिन्हित हैं, जहां तेजी से बसावट बढी है। इसीलिए स्थाई निवास बनवाने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ गई। जिला प्रशासन की रिपोर्ट को आधार मानें तो एक मई 2025 से आज 18 नवंबर 2025 तक जिले भर में 46,530 लोगों ने स्थाई निवास के लिए आवेदन किया है। जिसमें 333 अभी लंबित हैं, 2025 आवेदन बनने के लिए गतिमान हैं।
32881 आवेदनों को स्वीकृति दी जा चुकी है। लेकिन हैरान करने वाली रिपोर्ट यह है कि 11,291 आवेदन गलत दस्तावेजों को लगाकर स्थाई निवास बनवाने का प्रयास किया गया, जिन्हें जांच उपरांत पकड़ा गया और रिजेक्ट कर दिया गया। मात्र छह महीने में इतनी बड़ी संख्या में आवेदनों का जांच में रिजेक्ट होना यह दर्शाता है कि जिले में किस तेजी के साथ शार्टकट अपनाया जा रहा है। इसका बड़ा उदाहरण सोमवार को गदरपुर में सामने भी आ चुका है, जहां एक सीएचसी पर दर्जनों की संख्या में पेन, आधार, राशन कार्ड, बिजली बिल के मूल दस्तावेज पाए गए तो दूसरे की आईडी पर जनसेवा केंद्र संचालित किया जा रहा था। जिस पर एसडीएम गदरपुर ऋचा सिंह ने सील करते हुए जांच बैठा दी है।
स्थाई निवास प्रमाणपत्रों की जांच करने व बनाने को लेकर अपनाई जा रही प्रक्रिया पर मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी के निर्देशानुसार निगरानी सख्त कर दी गई है। सभी एसडीएम व पुलिस प्रशासन अपने-अपने स्तर से जांच में जुटे हैं। इसमें किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरतने को कहा गया है। स्थाई निवास बनाते समय मूल दस्तावेजों की गहराई से जांच की जा रही है।
- कौस्तुभ मिश्रा, अपर जिलाधिकारी, ऊधम सिंह नगर
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