जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। शहर के पुराने डबल फाटक पुल की हालत जर्जर होती जा रही है। पुल पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक और भारी वाहनों की आवाजाही से जहां कंपन महसूस किया जा रहा था।
वहीं जाम की स्थिति ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी थी। इंजीनियरिंग विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बाद आखिरकार प्रशासन ने पुल से भारी वाहनों के आवागमन पर पूर्ण रोक लगाने का फैसला लिया है।
अब इस पुल से केवल छोटे वाहन, दोपहिया और पैदल यात्री ही गुजर सकेंगे। भारी वाहन दिल्ली रोड और अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए यातायात विभाग ने पुल के दोनों तरफ पर दो शिफ्टों में कुल 16 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रत्येक शिफ्ट में आठ-आठ ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। ये लगातार निगरानी करेंगे कि कोई भी भारी वाहन पुल पर न चढ़ सके। अक्सर नो एंट्री खुलने के बाद रात के समय भारी वाहन इस पुल से गुजरने लगते थे, जिससे पुल की स्थिति और बिगड़ रही थी।
अब यातायात पुलिस ने रात्रि में भी विशेष गश्त की व्यवस्था की है ताकि नियमों का उल्लंघन न हो। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह फैसला सुरक्षा के लिहाज से सही है, लेकिन अब जाम का दबाव दिल्ली रोड और अन्य रास्तों पर बढ़ेगा।
कई दुकानदारों ने प्रशासन से वैकल्पिक मार्गों पर साइन बोर्ड और लाइटिंग की बेहतर व्यवस्था की मांग की है। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद शहर के सबसे पुराने और व्यस्त पुल पर अब राहत की उम्मीद जगी है।
नियमित निगरानी से जाम और हादसे की समस्या पर भी कुछ हद तक नियंत्रण की संभावना जताई जा रही है। एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि पुल की सुरक्षा के लिए दो शिफ्टों में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। कोई भारी वाहन पुल से नहीं गुजरने दिया जाएगा। |