बाएं मृतक सूरज और डा. ईशान सोनी, सहायक पुलिस आयुक्त। जागरण
जागरण संवाददाता, वाराणसी। एक नवंबर की रात कथित रूप से विनायक प्लाजा की आठवीं मंजिल से गिरकर 30 वर्षीय ट्रांसपोर्टर सूरज सिंह की हुई मौत मामले की सच्चाई जानने के लिए एफएसएल की टीम घटनाक्रम का सीन रीक्रिएट करेगी। ट्रांसपोर्टर के भाई ने सूरज की हत्या कर शव को आठवीं मंजिल से फेंकने का आरोप मढ़ा था, जबकि परिस्थितियां और लोगों के बयान इसके उलट कहानी कह रहे थे। पुलिस प्रशासन घटना के पीछे की सटीक सच्चाई जानने के लिए एफएसएल की टीम को सीन रीक्रिएट करने के लिए पत्र लिखा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह था पूरा मामला
मूलत: बिहार के मधेपुरा व हाल निवासी पिशाच मोचन अंतर्गत रामकांत नगर कालोनी निवासी सूरज सिंह रामकटोरा में विध्यवासिनी ट्रांसपोर्ट चलाते थे। वह एक नवंबर की रात नौ और 10 बजे के बीच धनबाद से वाराणसी पहुंचे अपने बचपन के दोस्त बबलू शाह के साथ विनायक प्लाजा टावर स्थित पांचवीं मंजिल पर स्थित माई टेबल बार एंड रोस्टोरेंट में भोजन करने गए थे। उसी रात 1:04 बजे विनायक प्लाजा टावर की आठवीं मंजिल से गिरने उनकी मौत हो गई थी।
भाई बादल सिंह ने आरोप लगाया था कि खाने-पीने के दौरान उपजे विवाद में रेस्टोरेंट के मैनेजर ने बाउंसरों संग मिलकर सूरज की पीटकर हत्या की फिर छत से नीचे फेंका था। भाई के कथन और तहरीर के आधार पर सिगरा पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच कर रही है।
तीसरी आंख की निगरानी में हुआ था पोस्टमार्टम
ट्रांसपोर्टर सूरज की मौत प्रथम दृष्टया सिर में चोट लगने, कई हड्डियां टूटने से हुई थीं। लेकिन इसे पुख्ता करने के लिए चिकित्सकों ने बिसरा और खून विज्ञानी जांच के लिए सुरक्षित रखा है। मृत सूरज के स्वजन के हंगामा मचाने पर जिला प्रशासन ने दो चिकित्सकों के पैनल से वीडीयोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया था।
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रात में सीसीटीवी में कहां और कब दिखा सूरज
- 1.02 बजे पांचवें तल से सीढ़ी से ऊपर गया।
- 1.04 बजे छठवें तल पर दिखा।
- 1.06 बजे से 1.08 बजे तक आठवें तल की लाबी पर चक्कर लगाते दिखा।
- 1.20 बजे तक दोस्त बबलू शाह माई टेबल रेस्टोरेंट में बैठा दिखा।
एफएसल (फारेंसिक साइंस लेबोरेटरी) काे पत्र लिखकर सीन रीक्रिएट करने के लिए पत्र लिखा गया है। जल्द ही एक्सपर्ट इसके लिए समय देंगे, जिसके बाद घटना के बारे में सटीक जानकारी सामने आ जाएगी। घटनाक्रम के बारे में तथ्यों पर आधारित जांच पहले ही पूरी कर ली गई है। -
-डाॅ. ईशान सोनी, सहायक पुलिस आयुक्त। |