जागरण संवाददाता, बागपत। चढ़त से पहले हुई दूल्हे की मौत के मामले में दुल्हन के स्वजन ने चौंकाने वाला राजफाश किया है। उनका दावा है कि दूल्हे की हादसे में मौत नहीं हुई, बल्कि उसने ट्रक के आगे कूदकर आत्महत्या की है। चार दिन पहले भी कीटनाशक पदार्थ निगला था। यह कदम क्यों उठाया, इसकी कोई जानकारी नहीं है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ग्राम सरूरपुर कलां के ओमपाल सिंह का कहना है कि उनकी बेटी नेहा ने आप्टोमेट्री का कोर्स कर रखा है, फिलहाल दिल्ली में नौकरी करती है। तीन माह पहले नेहा का रिश्ता सुबोध रोधिया निवासी ग्राम पिछौकरा के साथ किया था। दान-दहेज की डिमांड नहीं की गई थी। रविवार देर शाम बरात आ गई थी, जिसको गांव में दिल्ली-सहारनपुर हाईवे किनारे पंचायत घर में ठहराया गया था। बरात ने हंसी-खुशी से भोजन कर लिया था।
चढ़त की तैयारी शुरू हो गई थी। उसी समय सुबोध हाईवे पर बागपत की ओर दौड़ पड़ा, जिसके पीछे दो रिश्तेदार भी दौड़े थे। इस दौरान सुबोध चलती एक कार के आगे पहुंच गया, चालक ने किसी तरह उसे बचाया। इसके बाद ट्रक के आगे कूद गया, जिसकी टक्कर से सुबोध की मौत हो गई।
जानकारी मिली है कि सुबोध ने चार दिन पहले अपने घर पर ही कीटनाशक पदार्थ भी निगला था। हालत बिगड़ने पर स्वजन ने निजी अस्पताल में उपचार कराया। सुबोध ने ऐसा क्यों किया, इसका पता नहीं चला। सुबोध और उसके स्वजन ने किसी तरह की परेशानी संबंधी बात उन्हें नहीं बताई थी। उधर, पीड़ित स्वजन का कहना है कि ट्रक की टक्कर लगने से सुबोध की जान गई है। उसने आत्महत्या नहीं की, बल्कि हादसा हुआ है। किसी ने सुबोध को क्या आत्महत्या करते हुए देखा है।
दुल्हन के स्वजन भी हुए अंत्येष्टि में शामिल
पोस्टमार्टम के बाद दूल्हे सुबोध के शव को गांव ले जाया गया। उसकी अंत्येष्टि में दुल्हन के पिता समेत सरूरपुर से करीब 30-35 लोग पहुंचे। दूल्हे की मौत को लेकर गांव में दिनभर तरह-तरह की चर्चाएं रहीं।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि दूल्हे ने ट्रक के आगे कूदकर आत्महत्या की है। चार दिन पहले जहरीला पदार्थ भी निगला था। इस संबंध में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। यदि शिकायत मिलती है तो जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-सूरज कुमार राय, एसपी |