deltin51
Start Free Roulette 200Rs पहली जमा राशि आपको 477 रुपये देगी मुफ़्त बोनस प्राप्त करें,क्लिकtelegram:@deltin55com

Dussehra 2025: दशहरे के दिन रावण दहन की राख से करें ये उपाय, कई समस्याओं का होगा समाधान

deltin33 2025-10-2 18:05:22 views 954

  Dussehra 2025 रावण दहन की राख के उपाय।





धर्म डेस्क, नई दिल्ली। दशहरे को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस दिन रावण का पुतला बनाकर उसका दहन किया जाता है। इस दिन लोग केवल रावण के पुतले का ही दहन नहीं करते, बल्कि यह संकल्प भी लेते हैं कि वह अपने अंदर की रावण रूपी बुराइयों का भी दहन करेंगे।  इस दिन पर आप रावण दहन के बाद बची हुआ राख से कुछ खास उपाय (Dussehra 2025 upay) भी कर सकते हैं, जो आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें


पैसों की दिक्कत से मिलेगा छुटकारा

जिन लोगों को पैसों से संबंधित परेशानी हो रही है, उनके लिए भी रावण दहन की राख के उपाय काम आ सकते हैं। इसके लिए दहन के बाद बची हुई राख या लड़की को अपने घर लाएं और इसे धन के स्थान या तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपको धन संबंधी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही यह माना गया है कि रावण दहन की थोड़ी-सी राख अपने सिर पर लगाने से व्यक्ति को शत्रुओं से मुक्ति मिल सकती है।



  
नकारात्मकता से मिलेगी मुक्ति

अगर आपके लग रहा है कि आपके घर में नकारात्मकता बढ़ रही है, तो इसके लिए आप रावण दहन की राख से ये उपाय कर सकते हैं। इसके लिए दशहरे की रात को रावण दहन के बाद आप इस राख को एक लाल कपड़े में बांधकर अपने घर के मुख्य द्वार पर रख सकते हैं। इस उपाय को करने से नकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवेश नहीं होता। साथ ही सकारात्मकता भी बढ़ती है।



  

(Picture Credit: Freepik)  
बुरी नजर होगी दूर

यदि आपके परिवार में कोई व्यक्ति या बच्चे को बुरी नजर लग गई है, तो इसके लिए भी आप रावण दहन की राख से ये खास उपाय कर सकते हैं। इसके लिए जिस सदस्य पर बुरी नजर लगी है, ऊपर से चारों ओर रावण दहन की थोड़ी सी राख घुमाकर घर से बाहर या दूर फेंक दें। ऐसा करने से आपको बुरी नजर से मुक्ति मिल सकती है। माना जाता है कि इस उपाय को करने से जातक को स्वास्थ्य में भी लाभ देखने को मिल सकता है।



यह भी पढ़ें- Dussehra 2025 Daan: दशहरा के दिन राशि के हिसाब से करें इन चीजों का दान, चमक उठेगा सोया भाग्य

यह भी पढ़ें - कहीं सोना पत्ती, तो कहीं सिंदूर खेला; भारत के अलग-अलग हिस्सों में ऐसे मचती है दशहरा की धूम



अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है
like (0)
deltin33administrator

Post a reply

loginto write comments

Explore interesting content

deltin33

He hasn't introduced himself yet.

210K

Threads

0

Posts

610K

Credits

administrator

Credits
69876