जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राजधानी के सरकारी अस्पतालों की डायग्नोस्टिक सुविधाओं को बढ़ाने और आधुनिक बनाने के लिए अस्पतालों में 230 से अधिक की नई रेडियोलीजी मशीनें लगाने का निर्णय लिया है।
इनमें 44 सीटी स्कैन, 30 एमआरआई और 78 अल्ट्रासाउंड मशीनें शामिल हैं। यह सभी मशीनें पब्लिक–प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माॅडल के तहत लगाई जाएंगी। इनके साथ प्रशिक्षित तकनीशियन भी उपलब्ध रहेंगे। यह मशीनें एलएनजेपी, जीटीबी, भगवान महावीर, दीपचंद बंधु और इंदिरा गांधी अस्पताल जैसे बड़े संस्थानों में लगाई जाएंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि नई मशीनों की स्थापना से मरीजों को जांच व जांच रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा। कहा कि अस्पताल पर मरीजों के बढ़ते दबाव को देखते हुए सरकार आवश्यकता के अनुसार आगे और मशीनें भी जोड़ेगी।
राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए सरकार नवंबर माह में 70 नए आरोग्य आयुष्मान मंदिर आरंभ करने जा रही है। तब इनकी कुल संख्या 200 से अधिक हो जाएगी। सरकार का लक्ष्य 1,139 ऐसे क्लिनिक स्थापित करना है, जो मोहल्ला क्लिनिकों की नई पीढ़ी बनकर सामुदायिक स्वास्थ्य को नई दिशा देंगे।
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