रोहतक में ऑनर किलिंग: सपना की हत्या पहला मामला नहीं। सांकेतिक फोटो
मनोज खर्ब, रोहतक। जिले में आनर किलिंग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार की रात को काहनी गांव में सपना की हत्या कर दी गई है, लेकिन यह पहला मामला नहीं है। पिछले 12 साल में जिले में यह चौथी घटना है, जिसमें केवल परिवार की झूठी शान के नाम पर एक बेटी की जान ले ली गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे पहले हुई तीन हत्याओं में अदालत दोषियों को सजा सुना चुकी है, बावजूद इसके समाज में ऐसी मानसिकता पर रोक नहीं लग पा रही। पुलिस रिकार्ड के अनुसार बीते वर्षों में प्रेम विवाह या पारिवारिक असहमति को आधार बनाकर बेटियों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।
इन मामलों में अधिकांश बार परिवारवालों ने ही साजिश कर घटना को अंजाम दिया। सपना की हत्या ने एक बार फिर जिले को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है और कई संदिग्धों से पूछताछ भी चल रही है।
ये मामले आ चुके सामने
वर्ष 2013 गांव गरनावठी में घर से भागे प्रेमी जोड़े की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अधजले शव को कब्जे में लिया था। पुलिस ने युवती के पिता सहित छह लोगों पर केस दर्ज किया। पिता के साथ लड़की के चाचा को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। अदालत इस मामले में दोषियों को सजा भी सुना चुकी है।
वर्ष 2016 में वैश्य कालेज रोड स्थित श्मशान घाट में पुलिस ने आनर किलिंग के मामले में चिता से शव को निकाला था। इस मामले में भी अदालत दोषियों काे सजा सुना चुकी है। मामले में एफएसएल रिपोर्ट को अहम आधार माना गया था। क्योंकि मामले में अन्य ज्यादा कुछ सक्ष्य आरोपितों ने नहीं छोड़े थे।
वर्ष 2018 में लघु सचिवालय के बाहर किशोरी और उसे अभिरक्षा में लेकर आए करनाल के एसआइ की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। अदालत इस केस में तीन लोगों को सजा सुना चुकी है। अंतरजातीय विवाह से नाराज होकर बेटी की हत्या कराई गई थी। |