जागरण संवाददाता, पीलीभीत। घर छोड़कर गई स्कूल प्रबंधक की राजदार होने के शक में नाबालिग छात्रा से अमानवीयता की गई। उसे पीटा गया, फिर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग की गई। उससे मानसिक प्रताड़ना भी दी जाती थी कि यदि स्कूल प्रबंधक का सुराग नहीं दिया तो वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया जाएगा। इससे आहत छात्रा ने गुरुवार को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। शाम को उसके स्वजन ने जर्नादन दुबे, पूनम, अभिषेक व अविनाश के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नेपाल सीमावर्ती गांव में रहने वाली 10वीं की छात्रा पांच किमी दूर संपूर्णानगर (लखीमपुर खीरी) में निजी स्कूल में पढ़ती थी। उसके स्वजन ने बताया कि स्कूल की प्रबंधक युवती पढ़ाती भी थी। वह 17 नवंबर को घर छोड़कर कहीं चली गई। उसके स्वजन ने छात्रा पर आरोप लगाया कि वह बैग पहुंचाने घर से कुछ दूर गई थी, इसलिए उसे कई राज पता हैं।
आरोपितों ने छात्रा को तीन घंटे बंधक बनाकर प्रताड़ित किया, आपत्तिजनक वीडियो बनाए। उसे बंधनमुक्त करते समय धमकाया कि यदि स्कूल प्रबंधक के बारे में शीघ्र जानकारी नहीं दी अथवा थाने गई तो वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया जाएगा। वहां से लौटी छात्रा अवसाद में आ गई। 18 नवंबर को आरोपितों ने घर में घुसकर छात्रा को पीटा।
उसपर दबाव बनाया कि स्कूल प्रबंधक के बारे में जानकारी दे। छात्रा बार-बार कहती रही कि उसे नहीं पता कि स्कूल प्रबंधक कहां गई है। इसके बावजूद आरोपितों ने मारपीट एवं ब्लैकमेलिंग की। इससे त्रस्त होकर छात्रा ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली।
पुलिस के अनुसार, छात्रा के पिता की तहरीर पर आरोपितों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने, अश्लीलता करने, बंधक बनाकर प्रताड़ित करने, घर में घुसकर मारपीट एवं अपमानित करने की धारा में प्राथमिकी लिखी गई है। सभी आरोपितों की तलाश की जा रही।
छात्रा को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में चार लाेगों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के दौरान सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत की जाएगी।- अभिषेक यादव, एसपी सिटी |