जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। जिले में बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेश के लोग यहां रहकर कारोबार कर रहे हैं। दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए धमाके बाद ऐसे लोगों की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) भी जानकारी जुटा रही है। गुरुवार को करीब 15 लोग सदर क्षेत्र में ऐसे मिले जो मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले हैं और फेरी लगाकर कपड़े व अन्य सामान बेचते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एलआइयू प्रभारी चंद्रभान सिंह ने इन सभी से पूछताछ की। नाम, पता, माेबाइल नंबर से लेकर अन्य विवरण भी दर्ज किया। जिन मकानों में यह सब बिना पुलिस सत्यापन के रह रहे हैं उन्हें नोटिस भेजा जाएगा। दिल्ली में हुए धमाके के बाद से शाहजहांपुर में नियमित पैदल मार्च किया जा रहा है।
एटीएस ने मेडिकल कॉलेज से लेकर मदरसा व केंद्र से जुड़े विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया। जिसमे उप्र से बाहर रहने वाले व जम्मू-कश्मीर के निवासी जो जिले में पढ़ाई या फिर नौकरी कर रहे हैं उनके नाम, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि जानकारी जुटाई जा रही है।कश्मीर के तमाम महिलाएं व पुरुष यहां रहते हैं। कोई फेरी लगा रहा है तो कोई अन्य काम कर रहा है, लेकिन उनका विवरण थाने-चौकियों में नहीं है।
गुरुवार को खुफिया विभाग को 15 ऐसे लोग सिर्फ सदर क्षेत्र में मिल गए। उन सभी को कार्यालय बुलाकर पूछताछ की गई। हालांकि सभी ने बताया कि कई वर्षों से यहां रहकर फेरी लगाते हैं। जिन मकानों में यह रह रहे हैं उन सभी को नोटिस जारी किया जाएगा कि आखिर बिना सत्यापन के कैसे रहने दिया जा रहा है। हालांकि किसी का अपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। रेलवे लाइन किनारे व अन्य क्षेत्रों में आकर रहने वाले बाहरी व्यक्तियों के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटाएगी।
पश्चिम बंगाल के भी रह रहे लोग
जिले में बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के लोग भी रहते हैं। हालांकि उनका पूर्व में कई बार पुलिस पश्चिम बंगाल सरकार से सत्यापन करा चुकी है। |