झारखंड-बंगाल की सीमा पर दामोदर नदी पर पंचेत डैम। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, पंचेत (धनबाद)। झारखंड-बंगाल की सीमा पर स्थित डीवीसी पंचेत डैम की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ जवानों ने रात 10 बजे के बाद डैम सड़क से होकर गुजरने वाले चारपहिया वाहनों पर रोक लगा दी है। इससे इस मार्ग का उपयोग करने वाले लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले छह माह से बंगाल–झारखंड सीमा स्थित पंचेत डैम चेकपोस्ट पर तैनात सीआइएसएफ जवान रात 10 बजे के बाद चारपहिया वाहनों को रोक देते हैं। पूछने पर जवानों का कहना है कि रात में डैम पर नो एंट्री लागू है और केवल डीवीसी के वरीय अधिकारियों की अनुमति वाले वाहनों को ही गुजरने की इजाजत दी जा रही है।
इसी बीच, शादी–विवाह के मौसम में यह रोक लोगों की मुश्किलें और बढ़ा रही है। झारखंड के बेनागोड़िया, कलियासोल, एग्यारकुंड, पतलाबाड़ी, चांच, दहीबाड़ी, कल्याणक, रंगामटिया, बांदा, चिरकुंडा आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग रात में बराती वाहन लेकर बंगाल आते–जाते हैं।
बराती वाहनों को भी रोका जा रहा है। इसके अलावा, जरूरी कार्यों से आने-जाने वाले लोगों को भी लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है। एक सप्ताह पहले बेनागोड़िया की वार्ड पार्षद सुमित्रा दास को भी रात में बंगाल से लौटते समय सीआइएसएफ जवानों ने रोक दिया। काफी देर तक नोकझोंक के बाद उन्हें जाने दिया गया। इसी तरह शमीम अंसारी के बराती वाहन को रोकने पर उन्होंने भी आपत्ति दर्ज कराई है।
स्थानीय प्रतिनिधियों की प्रतिक्रियाएं
सीआइएसएफ जवान बिना किसी आदेश के रात में चारपहिया वाहनों को रोक रहे हैं। मुझे भी इसका सामना करना पड़ा। डीवीसी प्रबंधन इस पर चुप है, हम इसका विरोध करेंगे।- कैलाश महतो, भाकपा माले नेता, पतलाबाड़ी
रात में चारपहिया वाहनों को रोककर झारखंड के लोगों को परेशान किया जा रहा है। हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी।- निर्मल महतो, जेकेएलएम नेता, पतलाबाड़ी
पंचेत डैम पर पहले से ही भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है, लेकिन अब चारपहिया वाहनों पर रोक गलत है। इसके लिए किसी से आदेश नहीं लिया गया।- सूर्यदेव राय, पूर्व मुखिया, बांदा
डीवीसी का पक्ष
पंचेत डैम से रात में गुजरने वाले चारपहिया वाहनों पर रोक के लिए कोई नया आदेश नहीं दिया गया है। मैथन डैम की सुरक्षा व्यवस्था की तरह ही सीआइएसएफ जवान यहां भी रात 10 बजे के बाद प्रतिबंध लगा रहे हैं।- संजय कुमार, परियोजना प्रमुख, डीवीसी पंचेत
विधायक का बयान
हमने इसकी शिकायत डीवीसी अध्यक्ष से की है और विरोध भी दर्ज कराया है। मैथन और पंचेत की तुलना करना गलत है। मैथन डैम में वैकल्पिक मार्ग है, लेकिन पंचेत में नहीं। हम दोबारा डीवीसी अधिकारियों से बात करेंगे।-अरूप चटर्जी, विधायक, निरसा |