संवाद सहयोगी, संभल। जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर सर्वे को एक साल पूरा हो रहा है। इसलिए पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। शहर में एहतियातन पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। मंगलवार शाम से ही चौकसी बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। 19 मजिस्ट्रेटों की तैनाती हुई है। थ्री-लेयर सुरक्षा रहेगी। कैमरों से निगरानी हो रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बता दें कि 19 नवंबर 2024 को संभल जामा मस्जिद के मंदिर होने का वाद कोर्ट में दायर किया गया था। इसी दिन सर्वे का आदेश दिया गया। साथ ही उसी दिन सर्वे की शुरुआत की गई थी। इसके बाद 24 नवंबर को हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। 30 अधिकारी व पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
वाद दायर होने को आज 19 नवंबर को एक वर्ष पूरा हो रहा है। इसलिए पुलिस-प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर वहां अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। शहर भर में सुरक्षा का ऐसा घेरा खींचा गया है कि हर गतिविधि पुलिस और खुफिया विभाग की नजर में रहे।
बुधवार से ही हाई-अलर्ट मोड लागू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही 21 और 28 अक्टूबर को पड़ने वाले जुमा के मद्देनजर भी विशेष चौकसी बरती जाएगी। ताकि भीड़भाड़ के समय किसी प्रकार की स्थिति बिगड़ने न पाए। शहर में प्रमुख चौराहों, बाजारों और संवेदनशील गलियों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। थ्री-लेयर सुरक्षा में स्थानीय पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के साथ ही खुफिया तंत्र की निगरानी शामिल है।
सुरक्षा इंतजाम इस तरह से किए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सके। सत्यव्रत पुलिस चौकी में बने नियंत्रण कक्ष से शहर के 224 सीसीटीवी कैमरों की लगातार मानिटरिंग की जा रही है। इन कैमरों की मदद से पूरे शहर का रियल-टाइम फीड कंट्रोल रूम में पहुंचता है, जिससे संवेदनशील जगहों की हर पल की अपडेट मिलती रहती है। कोई भी भीड़, विवाद या असामान्य हलचल कैमरे में आते ही अधिकारी सतर्क होकर मौके पर पुलिस भेज देते हैं।
इसके अलावा, खुफिया विभाग भी पूरी तरह सक्रिय है, जो लगातार क्षेत्र में घूमकर हालात पर नजर बनाए हुए हैं। शांति समिति की बैठक आयोजित कर उनसे भी अपील की गई है, ताकि शांति सौहार्द बनाए रखें। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है।
सुरक्षा प्रबंधन को तीन लेयर में विभाजित किया गया है। जिसके तहत शहर में 19 मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी की गई है। 21 और 28 नवंबर को पड़ने वाले जुमे को लेकर भी सतर्कता रहेगी। पीस कमेटियों की बैठक भी कर ली गई हैं। हर गतिविधियों पर प्रशासन की नजर रहेगी। बाकी किसी ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। डॉ. राजेंद्र पैंसिया, जिलाधिकारी, संभल। |