जीआरपी-दुकान के अंदर लगी आग बुझाने में जुटे स्थानीय लोग और दमकल कर्मी। (फोटो: जागरण)
संवाद सहयोगी, दीनानगर। दीनानगर के शिवाला मार्केट स्थित एक जनरल स्टोर में मंगलवार दोपहर को आग लग गई और दुकान के अंदर रखा 15 लाख रुपए का सारा सामान जलकर राख हो गया।
दुकान मालिक अश्विनी महाजन उर्फ बुई ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने अाम दिनों के चलते थोड़ी देर बाद दोपहर करीब 12:30 बजे दुकान खोली और दुकान खोलने के कुछ देर बाद ही उन्हें चक्कर आने लगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिसके बाद उन्होंने पड़ोसी दुकानदार को बुलाया, जो उन्हें अपने साथ एक स्थानीय डाक्टर के पास ले गए। हालांकि जाते समय उन्होंने दुकान का शीशा और एल्युमीनियम का दरवाजा बंद कर दिया था।
लेकिन डाक्टर के पास पहुंचने के कुछ देर बाद ही उन्हें पड़ोसी दुकानदार का फोन आया कि उनकी दुकान के अंदर आग लग गई है। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार देखते ही देखते आग भड़क उठी और बेकाबू हो गई।
स्थानीय दुकानदारों ने भी आग बुझाने की पूरी कोशिश की और कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया। तब तक दुकान के अंदर रखा सारा सामान जलकर राख हो चुका था। दुकान मालिक अश्विनी महाजन ने बताया कि दुकान के अंदर उनका पंद्रह लाख रुपये से ज़्यादा का सामान था, जो जलकर राख हो गया है।
विधानसभा हलका दीनानगर की करीब 35 हजार की आबादी वाली एक ही एक नगर कौंसिल दीनानगर के पास आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड का कोई प्रबंध नहीं है।
जबकि कहीं दीनानगर शहर या इसके आसपास क्षेत्र में कोई आग लगने की घटना होती है तो करीब 14 किलोमीटर दूर गुरदासपुर से आने वाली फायर ब्रिगेड की गाड़ी जब तक घटनास्थल पर पहुंची तो तब तक आग भयानक रुप धारण कर चुकी होती है।
जिससे आग के कराण होने वाले नुक्सान का घेरा भी बहुत बड़ा हो चुका होता है। स्थानीय लोगों ने कई बार सरकारों से दीनानगर को फायर ब्रिगेड की गाड़ी देने की मांग उठाई है, मगर अभी तक किसी भी सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। जिससे दीनानगर के लोगों को आगजनी घटनाओं में बड़ा नुक्सान सहन करना पड़ रहा है।
यहीं नहीं अभी तक दीनानगर शहर को फायर ब्रिगेड की गाड़ी नसीब नहीं हो सकी है। साल 2017 में जब प्रदेश में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार बनी और नवजोत सिंह सिद्धू स्थानीय सरकारों के मंत्री थे, तो जनवरी 2018 में दीनानगर नगर कौंसिल को एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मुहैया करवाई गई थी, मगर कई माह तक उक्त फायर ब्रिगेड की गाड़ी नगर कौंसि कार्यालय के आंगन के शिंगार बनी खड़ी रही और तत्कालीन कैप्टन सरकार फायर ब्रिगेड की गाड़ी के लिए कोई कर्मचारी ही भर्ती नहीं कर सकी।
अंत कुछ माह के बाद नगर कौंसिल दीनानगर को मुहैया करवाई गई उक्त फायर ब्रिगेड की गाड़ी नगर निगम पठानको के हवाले कर दी गई थी। |