राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां को विधानसभा भंग करने का पत्र सौंपते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, साथ में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी। जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। नई सरकार के गठन की प्रक्रिया सोमवार को और तेज हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को पत्र सौंपा कि 19 नवंबर को वर्तमान विधानसभा (17 वीं) भंग कर दी जाए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तय योजना के तहत 20 नवंबर काे नीतीश कुमार गांधी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। रविवार को यह चर्चा थी कि सोमवार को अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपेंगे।
हालांकि उन्हाेंने विधानसभा भंग किए जाने का पत्र सौपा। राजभवन में मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री 11.45 में राजभवन गए और 12.05 बजे वापस लौटे।
कैबिनेट का केवल एक एजेंडा
वर्तमान विधानसभा को 19 नवंबर को भंग किए जाने का फैसला राज्य कैबिनेट की बैठक में लिया गया। सुबह 11.30 बजे कैबिनेट की बैठक हुई।
बैठक में केवल यही एजेंडा था कि मुख्यमंत्री राजभवव जाकर वर्तमान विधानसभा को 19 नवंबर को भंग किए जाने का पत्र राज्यपाल को सौंपेंगे।
केवल 10 मिनट में बैठक समाप्त हो गई। मंत्री नीरज कुमार बबलू को छोड़ सभी मंत्री राज्य कैबिनेट की बैठक में मौजूद थे। चकाई से चुनाव हार चुके मंत्री सुमित कुमार सिंह भी कैबिनेट की बैठक में पहुंचे थे।
जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी राज्य कैबिनेट की बैठक में हुए निर्णय की जानकारी मीडिया को दी। अब मंगलवार को जदयू व भाजपा विधायक दल की बैठक होगी।
जदयू-भाजपा के विधायक चुनेंगे अपना नेता
दोनों दल अपने विधायक दल की बैठक में अपना नेता चुनेंगे। नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना जाना तय है।
राजू तिवारी को लोजपा (आर) विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। एनडीए के सभी पांच दलों के विधायक दल की बैठक होने के बाद एनडीए विधायक दल की बैठक होगी।
एनडीए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनडीए विधायक दल की बैठक भी मुख्यमंत्री आवास में ही होनी है। यह भी तय माना जा रहा कि नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री सभी पांच घटक दलों के विधायक दल के नेताओं के साथ राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। |