भाजपा दो में दो सीटों पर विजयी। सात में पांच सीट जीत पाया जदयू।
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। विधानसभा चुनाव में भाजपा और माकपा फायदे में रही, वहीं राजद अपनी प्रतिष्ठा बरकरार रखने में कामयाब नहीं रही। जदयू को इस बार भी सीट का नुकसान हुआ।
लेकिन, पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़त बनाने में सफल रही। माकपा ने अपनी परंपरागत सीट पर कब्जा बरकरार रखा तो भाजपा ने भी रोसड़ा और मोहिउद्दीनगर में लगातार दूसरी बार भी कमल खिलाने में कामयाब हो गई। 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू और भाजपा एक साथ राजग गठबंधन में चुनाव लड़ी थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिले की 10 सीटों में से जदयू तीन और भाजपा दो सीट पर विजयी हुई थी। जदयू को समस्तीपुर, सरायरंजन, मोरवा, विभूतिपुर, वारिसनगर, कल्याणपुर, हसनपुर सीट मिली थी। जबकि, भाजपा को तीन सीट।
लेकिन जदयू को कल्याणपुर, सरायरंजन और वारिसनगर सीट पर ही विजय मिली। वहीं शेष सीट पर उसे हार कर सामना करना पड़ा। भाजपा को जिले में तीन सीट मिली। इसमें से भाजपा ने मोहिउद्दीनगर और रोसड़ा सीट पर विजय प्राप्त की। जबकि, उजियारपुर सीट वह हार गई।
इस बार 2025 के चुनाव में राजग गठबंधन में जदयू, भाजपा और रालोमा चुनाव लड़ी। जदयू ने सात में पांच सीट पर जीत दर्ज कर बढ़त बनाई। इसमें समस्तीपुर, सरायरंजन, कल्याणपुर, वारिसनगर एवं हसनपुर सीट शामिल है।
जबकि, विभूतिपुर व मोरवा सीट पर इस बार भी जीत दर्ज नहीं की जा सकी। भाजपा इस बार दो सीट रोसड़ा और मोहिउद्दीनगर सीट पर जीत कर फायदे में रही। वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी एक सीट उजियारपुर पर चुनाव लड़ी। जिसे बचा नहीं पाई।
2015 के महागठबंधन के साथ था जदयू
2015 के विधानसभा चुनाव में जब राजद, जदयू और कांग्रेस एक साथ महागठबंधन के साथ खड़ी थी तो जिले की 10 सीटों में से राजद तीन, जदयू छह और कांग्रेस एक सीट पर विजयी हुई थी। उस समय राजग का यहां खाता भी नहीं खुला था। राजद को समस्तीपुर, उजियारपुर और मोहिउद्दीनगर सीट पर जीत हासिल हुई थी।
माले व कांग्रेस खोल नहीं पाई खाता
2025 के विधानसभा चुनाव में राजद दो जीती सीट हार गई। इस बार राजद ने छह सीट पर चुनाव लड़ा। इसमें सिर्फ दो सीट उजियारपुर व मोरवा पर जीत मिली। जबकि समस्तीपुर, हसनपुर व सरायरंजन सीट का नुकसान हो गया। माकपा ने दूसरी बार भी विभूतिपुर सीट पर जीत दर्ज की। कांग्रेस ने रोसड़ा और माले ने कल्याणपुर व वारिसनगर की सीट पर दूसरी बार भी हार का सामना करना पड़ा।
विक्षुब्ध हुए एकजुट तो आसान बनी राह
भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की मिट्टी कुछ कम नहीं है। यहां से पीएम मोदी की सभा की शुरूआत उसपर से एनडीए की ताकत। सभी ने मिलकर जदयू की जीत की राह आसान कर दी। बता दें कि 2020 के चुनाव में भी अश्वमेध देवी ने समस्तीपुर विधानसभा से अपनी किस्मत आजमायी थी।
उस समय लोजपा की ओर से महेंद्र प्रधान और निर्दल बादल कुमार ने भी अपनी किस्मत आजमायी थी। इसके अलावा भाजपा के मनोज कुमार गुप्ता समेत कई अन्य भी अपरोक्ष रूप से प्रत्याशी के साथ नहीं थे। इस बार परिस्थिति ने पलटी मारी तो महेंद्र प्रधान, भाजपा नेता मनोज कुमार गुप्ता और बादल कुमार भी साथ हो लिए। इनलोगों का समर्थन भी एनडीए को मिला। तब अश्वमेघ का रथ दौड़ पड़ा। |