सिगरेट पीने के दौरान हुए विवाद में तीन लड़कों ने एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। उत्तर पूर्वी जिले में अपराध पर लगाम लगाने में पुलिस विफल हो रही ही। इसका ही परिणाम शुक्रवार देर रात न्यू उस्मानपुर इलाके में देखने को मिला। वहां पर सिगरेट पीने के दौरान हुए विवाद में तीन लड़कों ने एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मृतक मोहित (25) घर का इकलौती बेटा था। जिन आरोपितों ने वारदात को अंजाम दिया वह चाकू रख कर घूम रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मृतक के स्वजन का आरोप है कि पुलिस का डर होता तो आरोपित चाकू रख कर नहीं घूमते। हालांकि पुलिस ने इस मामले में दो नाबालिग समेत तीन आरोपितों को दबोच लिया है। इनमें से बालिग आरोपित की पहचान समीर (19) के रूप में हुई है, जोकि भगत सिंह कालोनी का रहने वाला है। आरोपितों के पास से वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद हुआ है। पूछताछ में इन्होंने पुलिस को बताया कि विवाद होने पर वारदात की गई।
मोहित परिवार के साथ ब्रह्मपुरी एफ-ब्लाक में रहता था। वह ग्रीन पार्क स्थित मेडिकल क्षेत्र की निजी कंपनी में नौकरी करते थे। उनके पिता नरेश कुमार भागीरथ पैलेस की एक दुकान पर काम करते हैं। स्वजन ने बताया कि शुक्रवार शाम को मोहित अपने दोस्त शिब्बू के साथ गली में मौजूद थे। इस बीच किसी का काम आने पर दोनों दोस्त मोटरसाइकिल से न्यू उस्मानपुर की भगत सिंह कालोनी सी-ब्लाक पहुंचे।
वहां रात करीब 10:15 बजे शिब्बू और मोहित सिगरेट पीने के लिए दुकान पर रुके। इस दौरान 15 साल का नाबालिग उनसे सिगरेट फेंकने के लिए कहने लगा। उनके मना करने पर झगड़ा हो गया। 15 साल के नाबालिग ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर चाकू से मोहित पर वार कर दिया। जांघ, कमर और सीने पर कई वार किए। बाद में आरोपित फरार हो गए।
बाद में लोग घायल को अस्पताल लेकर शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश चंद्र अस्पताल लेकर गए, जहां जांच के बाद डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। इस बीच रात 11.40 बजे पुलिस को सूचना मिली तो टीम वहां पहुंची। बाद में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने बाद में आरोपित समीर और दोनों नाबालिगों को दबोच लिया। उनसे पूछताछ जारी है।
दोस्त ने की लापरवाही
घायल मोहित को अस्पताल ले जाने में देरी हुई। उनका दोस्त शिब्बू घटना के बाद इधर-उधर फोन करने के व्यस्त हो गया। इतने में मोहित का काफी खून बह गया। करीब एक घंटे की देरी बताई जा रही है। हालांकि शिब्बू ने उनके स्वजन को बताया कि वह घबरा गया था।
स्वजन ने अस्पताल में किया हंगामा
शुक्रवार देर रात सूचना मिलने पर जब मृतक के स्वजन अस्पताल पहुंचे तो हंगामा खड़ा हो गया। स्वजन इस बात पर अड़ गए पोस्टमार्टम से पहले आरोपितों को पकड़ा जाए। स्वजन की पुलिस के साथ काफी बहस हुई। स्वजन ने बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस को कोसते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए। यहां तक कहा कि लोग खुलेआम चाकू लेकर घूम रहे हैं। किसी को पुलिस का डर नहीं है। अगर डर होता तो उनके बेटे के साथ यह घटना न होती। पुलिस के काफी समझाने के बाद हंगामा शांत हुआ।
इकलौते बेटे की मौत से टूटा परिवार
मोहित घर का इकलौता बेटा था। वह परिवार की उम्मीद था। उनकी मौत से परिवार के सारे सपने टूट गए। मां पुष्पा और बड़ी बहन की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे। वह मोहित की बातों को याद कर फूट-फूट कर रोने लगते हैं।
विवाद के चलते आरोपितों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। दो नाबालिग समेत तीन आरोपितों को दबोचा गया है। उनसे पूछताछ हुई है, आगे जांच जारी है। - आशीष मिश्रा, डीसीपी, उत्तर पूर्वी जिला |