नई दिल्ली। टाटा मोटर्स के शेयर, जो अब ऑटोमेकर के कॉमर्शियल व्हीकल्स बिजनेस को लीड करते हैं, 14 नवंबर को अपने दिन के निचले स्तर पर लगभग 4.5 फीसदी तक गिर गए। यह कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के लिए 867 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट लॉस दर्ज करने के बाद आया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में साल-दर-साल 6 फीसदी बढ़कर 18,585 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 17,535 करोड़ रुपये था। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान खर्च भी साल-दर-साल 15 फीसदी से अधिक बढ़कर 19,296 करोड़ रुपये हो गया।
टाटा मोटर्स पर मोतीलाल ओसवाल
मोतीलाल ओसवाल इस शेयर पर \“न्यूट्रल\“ बना हुआ है और इसका शेयर प्राइस टारगेट 341 रुपये प्रति शेयर दिया है। शेयर के पिछले बंद भाव से 6 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़त की संभावना है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल (सीवी) कारोबार के लिए मुख्य चिंता प्रमुख क्षेत्रों में उसकी बाजार हिस्सेदारी का धीरे-धीरे कम होना है। ब्रोकरेज फर्म ने आगे कहा कि सबसे चिंताजनक बात यह है कि एलसीवी उत्पादों में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2022 के 40 प्रतिशत के उच्च स्तर से घटकर अब 27 प्रतिशत रह गई है, और मौजूदा बाजार अग्रणी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) के साथ यह अंतर हर गुजरते साल के साथ बढ़ता जा रहा है।
टाटा मोटर्स CV लिस्टिंग
टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन कारोबार के शेयर 12 नवंबर को एनएसई पर 335 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए। इसके साथ ही, वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स का आधिकारिक रूप से विभाजन पूरा हो गया।
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