Shivling ke Niyam in hindi
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। घर के मंदिर में शिवलिंग रखना काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि घर में स्थापित शिवलिंग की नियमित रूप से पूजा-अर्चना करने और जल चढ़ाना से साधक को भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है। ऐसे में अगर आप अपने घर में शिवलिंग स्थापित करने का मन बना रहे हैं, तो इन 5 बातों का जरूर ध्यान रखें। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
1. क्या है शिवलिंग की सही दिशा
शिवलिंग को स्थापित करने के लिए घर की उत्तर व उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण को सबसे उत्तम माना गया है। वास्तु शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार इस दिशा में शिवलिंग स्थापित करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि का माहौल बना रहता है। इसके साथ ही इस बात का भी खासतौर से ध्यान रखें कि शिवलिंग की जलाधारी (शिवलिंग का वह भाग जहां से जल बहता है) का मुख हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
2. सही आकार
वास्तु शास्त्र में माना गया है कि घर में अंगूठे के आकार के जिनता शिवलिंग रखना शुभ होता है। ज्यादा बड़ा या ज्यादा छोटा शिवलिंग रखने से बचना चाहिए।
(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
3. कितने शिवलिंग रखना है शुभ
वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि घर में एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं होने चाहिए। वरना इससे आपको अच्छे परिणाम नहीं मिलते। अगर आपके पास भी एक से ज्यादा शिवलिंग हैं, तो यह आपके लिए वास्तु दोष का कारण भी बन सकता है।
4. न रखें ऐसा शिवलिंग
घर में कभी भी खंडित शिवलिंग नहीं रखना चाहिए, वरना इससे आपको नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। अगर किसी कारणवश आपका शिवलिंग खंडित हो गया है, तो अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगते हुए, इसे किसी बहते हुए साफ जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आप बुरे परिणामों से बचे रह सकते हैं।
(Picture Credit: Freepik)
5. इन बातों का भी रखें ध्यान
शिवलिंग को कभी भी सीधा जमीन पर नहीं रखना चाहिए। इसे हमेशा किसी चौकी या साफ-सुथरे स्थान पर रखें। इसके साथ ही शिवलिंग को कभी भी अपने बेडरूम में स्थापित नहीं करना चाहिए। इससे नकारात्मका बढ़ सकती है।
यह भी पढ़ें - मंगलवार के दिन क्यों नहीं किया जाता कर्ज का लेन-देन? जानिए वजह
यह भी पढ़ें - Shivling Puja: शिवलिंग पूजा में इन बातों का जरूर रखें ध्यान, भोलेबाबा होंगे प्रसन्न
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है। |