जागरण संवाददाता, प्रयागराज। उत्तर भारत की यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। रेलवे ने दो प्रमुख ट्रेनों – योगनगरी एक्सप्रेस और नौचंदी एक्सप्रेस – को और बेहतर बनाने का फैसला किया है। जनवरी 2026 से इन दोनों ट्रेनों में आधुनिक लिंक हहाफमैन बुश (एलएचबी) रेक लगाए जाएंगे। इससे सफर न सिर्फ सुरक्षित होगा, बल्कि ज्यादा आरामदायक भी। एलएचबी कोच पुराने आईसीएफ कोचों से बेहतर हैं, क्योंकि ये झटके कम देते हैं और दुर्घटना में भी ज्यादा मजबूत साबित होते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सबसे पहले बात योगनगरी एक्सप्रेस की। गाड़ी संख्या 14229 प्रयागराज संगम से योगनगरी ऋषिकेश जाने वाली यह ट्रेन चार जनवरी 2026 से एलएचबी रेक के साथ चलेगी। वहीं, वापसी की ट्रेन 14230 पांच जनवरी से नई सुविधा के साथ दौड़ेगी। यह ट्रेन प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद और लक्सर होते हुए ऋषिकेश पहुंचती है।
अभी इसमें 18 कोच हैं – नौ स्लीपर, एक-एक एसी-दो और एसी-तीन, पांच जनरल और दो एसएलआर। लेकिन एलएचबी रेक लगने के बाद कोचों की संख्या 16 हो जाएगी। इसमें आठ स्लीपर, एक-एक एसी-तीन और एसी-दो, चार जनरल, एक जनरेटर कार और एक दिव्यांग सह गार्ड कोच होगा। इससे स्लीपर और एसी बर्थ दोनों बढ़ेंगी, यात्रियों को ज्यादा जगह मिलेगी।
वहीं, प्रयागराज संगम से सहारनपुर जाने वाली यह ट्रेन ऊंचाहार, रायबरेली, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, हापुड़, मेरठ और मुजफ्फरनगर होते हुए चलती है। 15 जनवरी 2026 से प्रयागराज की ओर और 16 जनवरी से सहारनपुर की ओर से एलएचबी रेक शुरू हो जाएगा।
फिलहाल इसमें 23 आईसीएफ कोच हैं – 12 स्लीपर, पांच जनरल, दो एसी-तीन, एक-एक एसी-दो और एसी-दो कम फर्स्ट, साथ ही दो एसएलआर। नई व्यवस्था में कोच 22 रह जाएंगे। इसमें चार जनरल, सात स्लीपर, छह एसी-तीन, दो एसी-दो, एक एसी फर्स्ट, एक जनरेटर और एक दिव्यांग सह गार्ड कोच होगा। यहां भी स्लीपर और एसी बर्थ बढ़ेंगी, जिससे भीड़भाड़ वाली यात्रा आसान हो जाएगी। |