दिल्ली में बेचा जा रहा फरीदाबाद का पानी, आयुक्त ने दिए जांच के आदेश। फाइल फोटो
दीपक पांडे, फरीदाबाद। एक तरफ औद्योगिक नगरी का भूजल स्तर गिरता जा रहा है। वहीं, पानी माफिया अवैध बोरवेल के जरिए फरीदाबाद का पानी दिल्ली में बेचकर अपनी जेबें भर रहे हैं। बड़खल विधानसभा क्षेत्र के दो वार्डों में अवैध बोरवेल से पानी निकालकर दिल्ली में बेचा जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस मामले की शिकायत नगर निगम आयुक्त तक पहुंची है, जिन्होंने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अब एनआईटी के संयुक्त आयुक्त के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है। टीम एक हफ्ते के भीतर जांच कर आयुक्त को रिपोर्ट सौंपेगी। जिन ट्यूबवेल से टैंकरों में पानी भरा जा रहा है, वे अवैध बोरिंग के जरिए लगाए गए थे, इसलिए कार्रवाई की उम्मीद है।
बड़खल विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 22 और 23 में करीब 21 ट्यूबवेल चल रहे हैं, जिनसे निजी टैंकर पानी भर रहे हैं। अवैध बोरवेल और पानी के कारोबार की शिकायत नगर निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़गटा तक पहुंची। शिकायत में कहा गया है कि इसमें नगर निगम कर्मचारियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि इन ट्यूबवेल से प्रतिदिन लाखों लीटर पानी निकाला जा रहा है, जिसका निगम के पास कोई हिसाब नहीं है। निगम सूत्रों के अनुसार, बाईपास रोड पर भी ऐसे कई अवैध ट्यूबवेल लगे हैं, जिनसे पानी निकालकर दिल्ली में बेचा जा रहा है।
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सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचता है पानी
जिन इलाकों में अवैध बोरिंग की गई है, वे सभी सूरजकुंड इलाके में हैं। सूरजकुंड इलाका दक्षिण दिल्ली से सटा हुआ है और मोलड़बंद, संगम विहार, मीठापुर, प्रह्लादपुर, महरौली, बदरपुर, तुगलकाबाद आदि इलाकों को पानी की आपूर्ति करता है। ये सभी इलाके आठ से दस किलोमीटर के दायरे में हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रतिदिन पानी से भरे 15 टैंकर दिल्ली आते-जाते हैं। इससे टैंकर चालकों का परिवहन खर्च कम होता है और टोल शुल्क भी नहीं लगता। नतीजतन, पानी माफिया का धंधा फल-फूल रहा है।
अवैध निकासी के कारण गिर रहा है भूजल स्तर
औद्योगिक शहर में अवैध निकासी के कारण भूजल स्तर लगातार गिर रहा है। अब, विभिन्न इलाकों में भूजल स्तर 400 से 500 फीट तक गिर गया है। नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा की रिपोर्ट से इसकी पुष्टि होती है। निगम पहले जहाँ 100 से 150 फीट पर ट्यूबवेल लगाता था, वहीं अब 400 फीट पर लगाए जा रहे हैं। एनआईटी में भूजल स्तर लगभग 200 फीट है। बड़खल में कई साल पहले भूजल स्तर 250 फीट था, लेकिन अब यह कई जगहों पर 400 से 500 फीट तक पहुँच गया है। ओल्ड फरीदाबाद में भी कुछ इलाकों में भूजल स्तर 150 फीट और कुछ में 200 फीट नीचे है।
अवैध ट्यूबवेल के ज़रिए पानी बेचने की शिकायतें मिली हैं। हमने इनमें से कुछ ट्यूबवेल की पहचान की है। कर्मचारियों को कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
-जितेंद्र जोशी, संयुक्त आयुक्त, नगर निगम
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