लालू-राबड़ी शासन पर नीतीश का तीखा तंज
संवाद सूत्र, फुलवरिया (गोपालगंज)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गोपालगंज के हथुआ बड़का गांव स्थित आदर्श मुक्ति उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में पूर्ववर्ती लालू-राबड़ी सरकार पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि 20 वर्ष पहले बिहार की हालत बहुत खराब थी। लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डरते थे और कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट थी।
लालू-राबड़ी बिहार की दुर्गति के जिम्मेदार
मुख्यमंत्री ने कहा, “जब मैं केंद्र में मंत्री था, तब अपने क्षेत्र की बदहाल स्थिति देखने आता था। जब मैं लोगों के घर जाता था, तो घर के सदस्य भी बाहर नहीं निकलते थे।” उन्होंने लालू-राबड़ी शासन को बिहार की दुर्गति का जिम्मेदार ठहराते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “ई सब कुछ किया है जी।” विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नीतीश कुमार ने 2006 में बनी एनडीए सरकार को बदलाव की शुरुआत बताते हुए कहा कि नई सरकार बनाकर कानून का राज स्थापित किया गया और विकास की नई व्यवस्थाओं को लागू किया गया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने में मदद करें और बिहार के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करें।
भ्रष्टाचार और अपराध पर अंकुश
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पिछली सरकार के समय न केवल विकास की गति धीमी थी, बल्कि लोगों का जीवन असुरक्षित था। सड़कें टूटी हुई थी, शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति दयनीय थी, और लोग अपने घरों में कैद होकर रहते थे।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने भ्रष्टाचार और अपराध पर अंकुश लगाकर जनता के विश्वास को बहाल किया।
सब मिलकर कानून और विकास को जन-जन तक पहुंचाएं
कार्यकर्ता संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि बिहार की वास्तविक उन्नति तभी संभव है, जब सब मिलकर कानून और विकास को जन-जन तक पहुंचाएं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया कि यह समय केवल सरकार के लिए नहीं, बल्कि जनता और कार्यकर्ताओं के लिए भी सक्रिय भूमिका निभाने का है।
कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री की बातों को उत्साहपूर्वक सुना और उनके नेतृत्व में राज्य के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया। नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि पिछली सरकारों की कमी को पूरा करना और बिहार को समृद्ध राज्य बनाना वर्तमान सरकार की प्राथमिकता है। |