सेमीकंडक्टर कंपनी को 75 प्रतिशत अतिरिक्त वित्तीय भार से मिली राहत।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सेमीकंडक्टर नीति के तहत मेसर्स वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड की परियोजना को प्रदेश सरकार ने बड़ी राहत दी है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने तकनीकी कारणों से जमीन का स्थान बदल दिया था, जिससे निवेशक की लागत बढ़ गई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कंपनी ने स्टाम्प शुल्क, भूमि का प्रीमियम और वन टाइम लीज रेंट सहित अन्य व्यय भार को माफ करने का अनुरोध किया था। कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूर करते हुए तय किया कि अब बढ़ी हुई लागत का 75 प्रतिशत यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण माफ करेगा, और शेष 25 प्रतिशत कंपनी को देना होगा। दोनों मिलाकर लगभग 124 करोड़ रुपये होंगे।rewari-crime,Rewari news,BJP leader murder case,Rajasthan police arrest,OLX fraud,crime news,Bahror news,Ashok Singh murder,Shahjahanpur crime,murder investigation,arrested criminals,Haryana news
आइटी और इलेक्ट्रानिक्स मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना में कुल 3706.12 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। यह दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनी है और भविष्य में निवेश एक लाख करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है।
इस इकाई के बनने से प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। परियोजना से 3780 युवाओं को रोजगार मिलेगा, जिसमें 780 प्रत्यक्ष और लगभग 3000 अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल हैं। साथ ही, प्रदेश में इस क्षेत्र में और कंपनियों के आने की संभावना भी बढ़ रही है। सेमीकंडक्टर नीति अगले पांच साल तक प्रभावी रहेगी, जिससे राज्य में आइटी और इलेक्ट्रानिक्स उद्योग को और मजबूती मिलेगी।
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