यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल पर वाहनों का दबाव बढ़ता चला गया।   
 
  
 
जागरण संवाददाता जेवर। त्योहार पर लोगों के परिवार सहित घर पहुंचने की जल्दी की वजह से यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल पर वाहनों का दबाव बढ़ता चला गया। वाहनों के दबाव के आगे टोल प्रबंधन के इंतजाम भी बौने साबित होते दिखे, जिसके चलते वाहनों की लंबी कतारें लग गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
रविवार तड़के तीन बजे से ही जेवर टोल पर लगातार दबाव बढ़ता चला गया और सुबह छह बजे तक जाम जैसे हालात बन गए। टोल प्रबंधन, यातायात पुलिस और टोल चौकी पुलिस ने तेजी से वाहनों को निकलवाते हुए किसी तरह हालात को संभाला। इस दौरान लोगों को टोल पार करने में 10 से 15 मिनट तक का समय बर्बाद करना पड़ा।  
 
दिल्ली एनसीआर के अलावा हरियाणा और पंजाब से नौकरी पेशा और अपना व्यवसाय करने वाले लोग दीवाली, होली सहित मुख्य त्योहारों पर अपने घरों का रुख करते हैं। यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते आगरा तक शानदार सफर के बाद आगरा लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के रास्ते पूर्वी यूपी, बिहार और मध्यप्रदेश तक के लोग इसी रूट से सफर करते हैं।  
 
इस बार लोगों ने शुक्रवार शाम से ही अपने घरों के लिए निकलना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से शनिवार सुबह और शाम को जेवर टोल पर वाहनों का भारी दबाव देखने को मिला। रविवार सुबह तीन बजे से ही जेवर टोल पर वाहनों की संख्या बढ़ने लगी और सुबह छह बजे तक चार पहिया वाहनों के लिए बनी सभी 11 लेन और दोपहिया वाहनों के लिए बनी तीन लेन में वाहनों की लंबी कतार लग गई। सुबह के वक्त जाम में फंसने के बाद लंबी यात्रा पर निकलने लोग काफी परेशान नजर आए।   
  
जेवर टोल पर फास्टैग कलेक्शन में किसी तरह की समस्या नहीं है लेकिन कुछ वाहन चालकों के फास्टैग ब्लैक लिस्ट होने और कम बैलेंस होने के चलते फंस जाते हैं। कुछ वाहन चालक मैसेज कराकर निकलते है उनके मैसेज को कंफर्म करने में समय बर्बाद होने के चलते परेशानी आती है। जेवर टोल पर जाम नहीं लगा पीछे से तेज गति से वाहनों के पहुंचने के बाद टोल पर वाहनों का दबाव अत्यधिक बढ़ गया था। - जे के शर्मा वरिष्ठ टोल प्रबंधक यमुना एक्सप्रेसवे   |