लक्ष्य चौधरी, गाजियाबाद। जोन-प्रथम के दो लाख 55 हजार बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नवंबर से नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। विद्युत निगम ने उपभोक्ताओं की सुविधा और कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए वर्टिकल सिस्टम शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। नई व्यवस्था में अब हर कार्य के लिए अलग अधिकारी जिम्मेदार होगा। यानी कनेक्शन, मीटर, बिलिंग और शिकायत निवारण के लिए उपभोक्ताओं को अब अलग-अलग अफसरों से संपर्क करना होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
 
अधिकारियों ने बताया कि अब तक अधिशासी अभियंता (वितरण) ही कनेक्शन देने, मीटर लगाने, बिल तैयार करने और वसूली की जिम्मेदारी निभा रहे थे। इससे कई बार कार्यों में देरी और उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन एक नवंबर से यह जिम्मेदारियां विभाजित होंगी। नई व्यवस्था के एक अधिकारी कनेक्शन, मीटर लगाने, बिल सुधारने और बिल वसूली से जुड़े कार्य देखेगा।  
 
दूसरा अधिकारी स्मार्ट मीटर स्थापना और 1912 पर दर्ज उपभोक्ता शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी संभालेगा। वहीं तीसरा अधिकारी बिजली की निर्बाध आपूर्ति, 33 केवी व 11 केवी लाइनों में आने वाले फाल्ट, जले ट्रांसफार्मर बदलने और उपकेंद्रों पर दर्ज शिकायतों के समाधान का जिम्मेदार होगा।  
 
विद्युत निगम के अधिकारियों के अनुसार, इस व्यवस्था से जवाबदेही तय होगी और उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण तेजी से किया जा सकेगा। विभाग का दावा है कि वर्टिकल सिस्टम लागू होने के बाद उपभोक्ताओं को एक ही जगह बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।  
नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को होंगे ये फायदे  
  
 - उपभोक्ता की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे। 
 
  - बिजली कनेक्शन ज्यादा आसानी से मिलेगा, बिल से जुड़ी शिकायत के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। 
 
  - उपभोक्ता सेवा के सभी कार्य जैसे मीटर बदलने, जांचने के काम तय समय-सीमा में होंगे। 
 
    
  
 - एकीकृत व्यवस्था में 1912 पर दर्ज होने वाली शिकायत का शत-प्रतिशत निस्तारण संभव होगा। 
 
    
  
 -  उपभोक्ता का काम न होने पर जिम्मेदार पर कार्रवाई होगी। 
 
    
 
 
 
 
   
  
वर्टिकल सिस्टम से बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा और तेज सेवा मिलेगी। हर कार्य के लिए अब जिम्मेदार अधिकारी स्पष्ट रूप से तय होगा।  
  
 
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- अनिल कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता, जोन-प्रथम |