प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूरे तिवारी का भवन। जागरण  
 
  
 
जागरण संवाददाता, गोंडा। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक की तैनाती नहीं हैं। 300 से अधिक गांव के लोगों को सर्दी, जुकाम, बुखार समेत अन्य सामान्य बीमारी का उपचार कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कालेज से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय की दौड़ लगाना पड़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
लोगों को झोलाछाप के पास भी जाना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक की तैनाती कराने को लेकर गंभीर नहीं है, जिसका खामियाजा रोगियों को भुगतना पड़ रहा है।  
 
    
 
अस्पताल में मरीजों की भीड़। जागरण 
 
परसपुर : बाढ प्रभावित चंदापुर किटौली, पसका के साथ ही बनुआ, नंदौर, सकरौर, खैरा, मरचौर, पूरे तिवारी, दुरौनी, गजसिंहपुर व विशुनपुर कला गांव के लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए पूरे तिवारी बाजार में वर्ष 2008 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था।  
 
चिकित्साधिकारी डा. अरुण गांधी व उनके स्थानांतरण के बाद संविदा पर चिकित्सक डा. एसके सिंह की तैनाती की गई थी। वर्तमान में चिकित्सक की तैनाती नहीं है। मनोज तिवारी ने कहा कि रोगियों को दिक्कत होती है। दिनेश सिंह ने कहा कि परसपुर सीएचसी जाना पड़ता है।  
 
मेहनौन : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर बाबागंज में डाक्टर की तैनाती नहीं है। सियाराम निषाद ने बताया कि उनको सांस लेने में दिक्कत थी लेकिन, डाक्टर न होने से उन्हें दवा नहीं मिल पाई। जंग बहादुर सिंह ने बताया कि दर्द व बुखार की जांच पड़ताल नहीं हो पाई।  
 
आर्यनगर : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवतहा के चिकित्साधिकारी डा. अरविंद कुमार मिश्र छह माह पहले पीजी करने चले गए। चिकित्साधीक्षक डा. अजय कुमार यादव ने बताया कि उनके स्थान पर विभाग ने किसी की तैनाती नहीं की है।  
 
    
 
देवतहा के प्रधान पति रिशु सिंह ने बताया कि लोगों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरगूपुर या बलरामपुर जाना पड़ रहा है। केवलपुर के मुलायम यादव ने बताया कि भवानीपुर खुर्द, रज्जनपुर, झूरी कुंइया, शिवगढ़, छब्बीसवां, अचल नगर, निधि नगर, बलवंत नगर, देवरहना, पेड़ारे गड़वा, पिड़वरतारा, मधवानगर, रंजीत नगर, सेवरहा, चौरी परिहार के लोगों को मुश्किल होती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रश्मि वर्मा ने कहा कि चिकित्सकों की तैनाती के लिए प्रयास किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया गया है।  
 
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