धान की फसल में हल्दिया रोग लगने से किसान परेशान।  
 
  
 
जागरण संवाददाता, हर्रैया (बस्ती)। किसान धान की रोपाई कर यूरिया और डीएपी की मार झेलने के बाद तेज हवा व वर्षा ने धान की फसलों को जमींदोज कर किसानों उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अब धान की फसल में हल्दिया रोग का प्रकोप फैलने से किसानों चिंता बढ़ गई है। हर्रैया क्षेत्र के बरगदवामाफी, बेलवरिया, बसदेवाकुवंर गांव सहित आसपास गांव में धान की फसल में हल्दिया (अगिया) रोग तेजी से फैल रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इस रोग के कारण अनाज के दाने खराब हो रहे हैं, जिससे उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इसे लेकर किसानों में गहरी चिंता है। किसानों के अनुसार रोगग्रस्त धान का सरकारी क्रय केंद्र व बाजार में बेचने में भी कठिनाई होती हैं।  
 
बरगदवामाफी गांव के किसान संजय यादव उर्फ पुजारी की तीन बीघा, बिन्दू सिंह का दो बीघा, महेंद्र शर्मा दो बीघा व रामप्रसाद पांडेय निवासी बेलभरिया का पांच बीघे धान के फसल की बालियों में पीले रंग के गांठदार दाने बन रहे हैं और बालियों को झाड़ने पर हल्दी जैसे पाउडर का उड़ रहा है। जिससे किसान काफी परेशान हैं।  
 
किसान संजय यादव ने बताया कि धान की फसल जब बालियां निकलने लगी तो वर्षा से धान की फसल गिरकर बर्बाद हो गई। जो फसल बची है उसमें हल्दिया रोग तेजी फैल रहा हैं। शुरुआत में यह पीला या धानी रंग का होता है, जो बाद में पाउडरनुमा काले रंग में बदल जाता है। इस रोग से उपज में 15 से 20 प्रतिशत की कमी आती है, जिसका सीधा असर अनाज की गुणवत्ता और पैदावार पर पड़ता है।  
 
प्रभावित किसानों ने बताया कि इन दिनों खेतों में सबसे अधिक हल्दिया रोग का प्रकोप नजर आ रहा है। कई बार किसान इसे रोकने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर चुके हैं, बावजूद इसके रोग रुक नहीं रहा है। जिससे किसान फसल को लेकर परेशान हैं।  
 
इस संबंध में हर्रैया कृषि बीज गोदाम प्रभारी धीरज मौर्या ने कहा की किसान धान के खेत में हल्दिया रोग तेजी फैलने से रोकने के लिए समय से दवाओं छिड़काव करें। इसके लिए गोदाम पर आकर किसान दवा व सुझाव ले सकते हैं। |