जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi Encounter बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के चार मोस्ट वांटेड को दिल्ली में मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। बिहार पुलिस और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में ये बदमाश मारे गए हैं। बताया गया कि बिहार पुलिस ने कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाला हुआ था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बिहार पुलिस को इन बदमाशों की लोकेशन नहीं मिल रही थी, लेकिन बुधवार की देर रात को बिहार पुलिस का दिल्ली में गैंग के चार बदमाशों से सामना हो गया। जिसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में बिहार के चार मोस्ट वांटेड मारे गए हैं।
बिहार के डीजी ने कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा से कहा था कि सीतामढ़ी का कुख्यात रंजन पाठक अपने गिरोह के कुछ बदमाशों के साथ दिल्ली में छिपा हुआ है। उन्हें पकड़ने के लिए मदद करने का अनुरोध किया था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच को इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी।
सीतामढ़ी का यह गिरोह बेहद कुख्यात माना जाता है। बिहार पुलिस से गिरोह के कई बदमाशों पर इनाम भी है। दिल्ली क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बुधवार देर रात करीब 2.30 बजे बेगमपुर इलाके में जब बदमाशों को घेरा तो बदमाशों ने पुलिस टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दी।
इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने भी गोलियां चलानी शुरू कर दी, जिसमें चारों बदमाश गोलियां लगने से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
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पुलिस के अनुसार, सीतामढ़ी में हत्या के पांच मामले में रंजन पाठक वांटेड था। ये हत्याएं पिछले तीन चार माह के दौरान की गई थी। मुठभेड़ में मारे गए चारों के नाम रंजन पाठक, बिमलेश, अमन ठाकुर और मनीष है।
बिहार में आज से शुरू होगा चुनाव प्रचार
बिहार को चुनाव के दौरान दहलाने की साजिश रचने वाले गिरोह के चार कुख्यात को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने ढेर कर बड़ी सफलता हासिल की है। बिहार में चुनाव प्रचार आज से शुरू होना है।
नेपाल से ऑपरेट होता है यह गिरोह
यह गिरोह नेपाल से ऑपरेट होता था। सीतामढ़ी और आसपास के जिले में हत्या या अन्य कोई वारदात करने के बाद सरगना हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए मीडिया को अपना पूरा बायोडाटा भी भेजता था। बायोडाटा में गिरोह के पूरे कारनामे के बारे में जिक्र होता था कि गिरोह अब तक कितने वारदात को अंजाम दे चुका है। |
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