चार में से तीन माननीय चुनावी रण से हुए बाहर, एक के पुत्र आजमा रहे किस्मत  
 
  
 
संवाद सहयोगी, जमुई। पिछले चुनावों में जीत का स्वाद चखने वाले तीन माननीय इस बार चुनावी रण से बाहर हैं, जबकि एक के पुत्र किस्मत आजमाने को तैयार हैं। जो तीन माननीय चुनावी रण से बाहर हैं, उनमें जमुई के पूर्व विधायक अजय प्रताप, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश एवं सिकंदरा के पूर्व विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी शामिल हैं, जबकि झाझा के पूर्व विधायक रविंद्र यादव के पुत्र शिवराज यादव बसपा के टिकट पर इस चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण इन माननीयों ने अपने को चुनावी रण से बाहर रखा है। जमुई से विजय प्रकाश और अजय प्रताप राजद के टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे, लेकिन इस बार राजद ने माई समीकरण को साधने की रणनीति के तहत मुस्लिम चेहरा को तवज्जो दिया।  
 
पार्टी ने शमशाद आलम को प्रत्याशी बनाया है। 2020 के चुनाव में बतौर जाप उम्मीदवार शमशाद आलम ने लगभग 18 हजार वोट लाकर सबका ध्यान खींचा था। हालांकि, टिकट नहीं मिलने पर विजय प्रकाश और अजय प्रताप ने बागी तेवर नहीं अपनाया है।  
 
विजय प्रकाश, शमशाद आलम के नामांकन के दौरान भी पार्टी कार्यालय में बैठकर कार्यकर्ताओं को शमशाद की जीत सुनिश्चित कराने का टिप्स दे रहे थे। वहीं, अजय प्रताप ने अपना स्टैंड क्लियर नहीं किया है। वैसे टिकट नहीं मिलने पर उनके समर्थकों में भारी नाराजगी है।  
 
इसी प्रकार, सिकंदरा सीट से पूर्व विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी तीसरी बार कांग्रेस के टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने इस बार नए चेहरे को प्रत्याशी बनाया है। विनोद चौधरी कांग्रेस के टिकट पर यहां से ताल ठोक रहे हैं।  
 
बात झाझा के पूर्व विधायक रविंद्र यादव की करें तो वे खुद इस बार चुनावी मैदान से बाहर हैं। उनके पुत्र शिवराज यादव बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में अपना किस्मत आजमाने को तैयार हैं। |