तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण  
 
  
 
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। नमी बढ़ने और हवा की दिशा बदलने का असर दिखाई देने लगा है। पिछले दो दिन में तापमान में अप्रत्याशित बदलाव दर्ज किया गया है। जहां 20 अक्टूबर का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया था, वहीं अब अचानक बढ़कर 23.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
मौसम विज्ञानियों के अनुसार तापमान बढ़ोतरी फिलहाल मौसमी उतार–चढ़ाव का परिणाम है। ठंड से राहत कुछ दिनों तक जारी रहेगी लेकिन अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के चलते ठंडक फिर बढ़ने लगेगी।  
 
पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले दिनों महसूस की जाने वाली हल्की ठंडक में कमी आई है। बुधवार सुबह सापेक्षिक आर्द्रता 83 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि शाम को यह 72 प्रतिशत रही।  
 
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इससे रात के समय वातावरण जमीन की गर्मी को बाहर नहीं निकलने देता, जिसके कारण रात का तापमान गिरने के बजाय बढ़ जाता है। हालांकि रात के तापमान में वृद्धि का यह दौर तीन से चार दिन और दिन चलेगा।  
 
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सप्ताह के अंत से न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट शुरू हो जाएगी। नवंबर पहले सप्ताह से आने वाले दिनों में कोहरे और हल्की ठंड की वापसी के संकेत दिखाई दे रहे हैं।  
 
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। नमी बढ़ने और हवा की दिशा बदलने का असर दिखाई देने लगा है। पिछले दो दिन में तापमान में अप्रत्याशित बदलाव दर्ज किया गया है। जहां 20 अक्टूबर का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया था, वहीं अब अचानक बढ़कर 23.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।  
मौसम विज्ञानियों के अनुसार तापमान बढ़ोतरी फिलहाल मौसमी उतार–चढ़ाव का परिणाम है। ठंड से राहत कुछ दिनों तक जारी रहेगी लेकिन अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के चलते ठंडक फिर बढ़ने लगेगी।  
पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले दिनों महसूस की जाने वाली हल्की ठंडक में कमी आई है। बुधवार सुबह सापेक्षिक आर्द्रता 83 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि शाम को यह 72 प्रतिशत रही।  
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इससे रात के समय वातावरण जमीन की गर्मी को बाहर नहीं निकलने देता, जिसके कारण रात का तापमान गिरने के बजाय बढ़ जाता है। हालांकि रात के तापमान में वृद्धि का यह दौर तीन से चार दिन और दिन चलेगा।  
सप्ताह के अंत से न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट शुरू हो जाएगी। नवंबर पहले सप्ताह से आने वाले दिनों में कोहरे और हल्की ठंड की वापसी के संकेत दिखाई दे रहे हैं। |