deltin33 • 2025-10-22 16:36:51 • views 1013
इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र के सामान्य प्रेक्षक आशीष मोदी ने मंगलवार को समाहरणालय में सभी उम्मीदवार और इनके प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
इसमें भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों की विस्तृत जानकारी दी गई और सभी को निर्वाचन प्रक्रिया के प्रत्येक चरण में आयोग की मार्गदर्शिका के अनुरूप कार्य करने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने कहा कि मतदाता पर्चियों का वितरण केवल बीएलओ के माध्यम से ही किया जाएगा। ताकि प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित बनी रहे।
उन्होंने उम्मीदवारों को यह भी अवगत कराया कि अगर किसी पर कोई आपराधिक मामला है तो उन्हें अपने विरुद्ध दर्ज मामलों, विचाराधीन कांडों और सजा से संबंधित विवरण को तीन बार प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया में निर्धारित प्रारूप में प्रकाशित और प्रसारित करना अनिवार्य होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बैठक में उपस्थित उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि वे निर्वाचन आयोग के सभी प्रविधानों और निर्देशों का पालन करते हुए लोकतांत्रिक मर्यादाओं के अनुरूप कार्य करें।
मौके पर साहेबगंज विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी सह जिला भू-अर्जन पदाधिकारी शालिग्राम साह समेत अन्य मौजूद रहे।
गड़बड़ी कैमरे में हो जाएगी कैद
मुजफ्फरपुर : विधानसभा चुनाव में इस बार सभी मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है। इसे लेकर मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने लाइव वेबकास्टिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इससे चुनाव में पारदर्शिता और विश्वसनीयता में बढ़ोतरी होगी।
मतदान शुरू होने से समाप्ति तक रीयल टाइम मानिटरिंग और सभी गतिविधियां रिकार्ड होंगी। अगर किसी ने मतदान केंद्रों पर गड़बड़ी अथवा धांधली कर माहौल खराब करने की कोशिश की तो तुरंत कैमरे में कैद हो जाएगी और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
भारत निर्वाचन आयोग से लेकर सामान्य प्रेक्षक, पुलिस प्रेक्षक, तथा जिला नियंत्रण कक्ष वेबकास्टिंग के माध्यम से रीयल टाइम में निगरानी कर सकते हैं। इससे उन्हें स्थल पर जाए बिना ही किसी भी अनियमितता पर त्वरित हस्तक्षेप करने की सुविधा मिलती है।
लाइव रिकार्डिंग भविष्य में कानूनी या प्रशासनिक साक्ष्य के रूप में प्रयोग की जा सकती है। यदि किसी बूथ पर विवाद या शिकायत आती है तो वेबकास्टिंग की फुटेज से सच्चाई तुरंत स्पष्ट हो सकती है। इससे चुनाव प्रबंधन में डिजिटल तकनीक के उपयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया अधिक स्मार्ट, तेज और विश्वसनीय बनती है। |
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