LHC0088                                        • 2025-10-14 18:37:16                                                                                        •                views 659                    
                                                                    
  
                                
 
  
 
    
 
 पुलिस की NOC फिर भी पटाखा मार्केट का काम रुकवाने पहुंची निगम की टीम (File Photo)  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता.जालंधर। कई प्रयासों के बाद पटाखों की बिक्री के लिए मिली मार्केट की जगह को लेकर सोमवार को एक बार फिर विवाद हो गया। पुलिस की ओर से पठानकोट चौक पास सर्कस ग्राउंड को एनओसी मिलने के बाद पटाखा व्यापारी यहां पर पुलिस की एनओसी फिर भी पटाखा मार्केट का काम रूकवाने पहुंची निगम की टीम बनाने का काम शुरू कर चुके थे, लेकिन दूसरे ही दिन नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की टीम काम रुकवाने वहां पहुंच गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
   
 
पटाखा मार्केट एसोसिएशन के प्रधान विकास भंडारी ने उनको किसी आपत्ति के बारे में पूछा तो निगम की टीम ने कहा उनको अवैध निर्माण की सूचना मिली थी। काफी देर तक चले विवाद के बाद नगर निगम की टीम वापिस लौट गई। जानकारी मिलते ही भाजपा के पूर्व विधायक केडी भंडारी मौके की जांच करने पहुंचे।  
 
पटाखा मार्केट को पठानकोट बाइपास के पास सर्कस ग्राउंड की प्रशासन की ओर से पटाखे लगाने के लिए जगह मुहैय्या करवाई गई है। जानकारी के मुताबिक इस जगह को लेकर अभी तक प्रशासन की ओर से एनओसी नहीं जारी की गई। नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की टीम मार्केट तैयार होने का काम रोकने के लिए पहुंची।  
 
पटाखा मार्केट के प्रधान विकास भंडारी ने कहा कि पुलिस प्रशासन को एनओसी जारी कर दी गई। उन्होंने कहा कि दमकल विभाग की ओर से एनओसी जारी कर दी गई है। लेकिन नगर निगम की टीम बिना किसी आधार पर काम रूकवाने पहुंच गई। उन्होंने कहा जब निगम की टीम से पुछा गया कि काम रुकवाने के निगम या मेयर ने कोई आदेश जारी किए है तो दिखाए।  
 
इस सवाल पर निगम की टीम का कोई भी सदस्य जवाब नहीं दे सका। विकास भंडारी ने कहा व्यापारियों ने निजी तौर पर पैसा खर्च कर जगह का प्रबंध किया है और पुलिस के साथ दमकल विभाग से एनओसी ली है। फिर भी उनको तंग किया जा रहा है हालांकि अभी तक यहां पटाखे स्टोर नहीं किए गए है।  
 
इस दौरान प्रधान ने कहा कि पटाखा मार्केट की तैयार हो रही दुकानों का काम रोकने के लिए आदेश की कापी मांगी गई जो उनके पास नहीं थी। दूसरी ओर नगर निगम की टीम के सदस्यों ने कहा कि उन्हें अवैध निर्माण की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे। बहस के बाद वे वापिस लौट गए। |   
                
                                                    
                                                                
        
 
    
                                     
 
 
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