तेज रफ्तार बस की टक्कर से ऊधमपुर के दंपती की मौत।
जागरण संवाददाता, जम्मू। बाग-ए-बाहु थाना क्षेत्र के रगूड़ा इलाके में मंगलवार दोपहर को तेज रफ्तार बस ने सड़क पार कर रहे दंपति को टक्कर मार दी। हादसे में दंपति गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मृतक दंपति की पहचान लगत अली पुत्र मोहम्मद शरीफ और पत्नी राजिया निवासी भटाल मोड़ ऊधमपुर के रूप में हुई है। यह बस बत्रा अस्पताल की थी, जो स्टाफ को लेकर जा रही थी। हादसे के बाद लोगों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रोष जताया।यह हादसा दोपहर करीब दो बजे हिटरा चौक, रगूड़ा में हुआ। बत्रा अस्पताल की स्टाफ बस तेज रफ्तार से गुजर रही थी। इस दौरान सड़क पार कर रहे दंपति को जोरदार टक्कर मार दी।
उन्हें तुरंत नजदीकी बत्रा अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया। एसएचओ नगरोटा परवेज सज्जाद मौके पर पहुंचे और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से बस की पहचान की। पुलिस ने बस को जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में बाग-ए-बाहु पुलिस थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
अस्पताल के बाहर विरोध
दंपति की मौत की खबर के बाद मृतकों के परिजनों और रिश्तेदारों ने अस्पताल के बाहर सड़क बंद कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि बस चालक नशे में था और अस्पताल के वाहन पुराने माडल के हैं, जिनकी नियमित जांच नहीं होती। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक चालक का मेडिकल परीक्षण नहीं कराया जाएगा, वे शव नहीं उठाएंगे।Reliance Consumer Products Limited, Mukesh Ambani, food manufacturing investment, Ministry of Food Processing Industries, integrated food park, RCPL revenue target, Esha Ambani, Indian consumer brands, food processing agreement, Reliance Industries investment, integrated food manufacturing,
सूचना पर पुलिस अधिकारी और अस्पताल प्रबंधन मौके पर पहुंचे। अस्पताल प्रिंसिपल ने परिजनों से बातचीत कर आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इसके बाद माहौल शांत हुआ और सड़क से जाम हटाया गया। पुलिस ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने मृतक परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है।
दिव्यांग बच्चों का सहारे था दंपति
मृतक दंपति दो दिव्यांग बेटों के अभिभावक थे। रिश्तेदारों के अनुसार उनके बड़े बेटे की उम्र 18 वर्ष और छोटे की 15 वर्ष है। दोनों जन्म से ही सुनने में अक्षम हैं। माता-पिता की मौत के बाद अब दोनों बेटों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। यही कारण था कि परिजनों ने आर्थिक मदद और न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
मातम से लौटते वक्त हुआ हादसा
परिजनों के अनुसार, दंपति एक रिश्तेदार की मौत पर शोक जताने के लिए रगूड़ा के पास के गांव गया था। वहां से लौटते वक्त जब वे सड़क पार कर रहे थे, तभी तेज रफ्तार बस ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना के बाद पूरे परिवार और गांव में मातम है। |