नई दिल्ली। टाटा ग्रुप की वाहन के पार्ट्स बनाने वाली कंपनी टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स लिमिटेड, भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण से उभर रहे अवसरों का लाभ उठाना चाहती है। कंपनी इसे अपने मुख्य वाहन कलपुर्जा कारोबार के अलावा अपने प्रमुख केंद्रित क्षेत्र के रूप में लेकर चल रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कंपनी के वाइस चेयरमैन अरविंद गोयल ने सोमवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने भारतीय बाजार में विश्वस्तरीय उत्पाद और प्रौद्योगिकियां लाने के लिए पहले ही वैश्विक प्रौद्योगिकी दिग्गजों - स्कोडा, कॉम्पिन फेंसा और एयर इंटरनेशनल थर्मल सिस्टम्स के साथ साझेदारी की है।
गोयल ने कहा, ‘‘भारत का रेल नेटवर्क तेजी से आधुनिकीकरण के दौर में है और बुनियादी ढांचे, यात्रा सुविधा और यात्री आराम में सुधार पर सरकार का ध्यान, इस क्षेत्र में प्रवेश करने का सही समय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्कोडा के साथ हमारे सहयोग के माध्यम से, हमारा लक्ष्य वैश्विक विशेषज्ञता को भारत की विनिर्माण क्षमता के साथ जोड़ना है।’’ वंदे भारत ट्रेनों का उदाहरण देते हुए कि कैसे सरकार उच्च गति, अच्छी गुणवत्ता और आरामदायक ट्रेन प्रदान करने के लिए भारी निवेश कर रही है, उन्होंने कहा, ‘‘ऑटोमोटिव से परे विविधता लाना, रेलवे क्षेत्र टाटा ऑटोकॉम्प के लिए एक स्वाभाविक विकल्प है।’’ टाटा ऑटोकॉम्प पहले से ही वंदे भारत ट्रेन के लिए कलपुर्जों की आपूर्ति कर रही है।
यह 15-17 अक्टूबर को भारत मंडपम में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी (आईआरईई) 2025 में अपने प्रणोदन, हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (एचवीएसी) सिस्टम, सीटिंग और टिकाऊ हल्के रेल समाधानों का प्रदर्शन करेगी। कंपनी ने कहा कि रेलवे क्षेत्र में वैश्विक प्रौद्योगिकी की अगुवा कंपनियों के साथ उसकी साझेदारी उन्नत वैश्विक प्रौद्योगिकियों को स्थानीय बनाने और उन्हें भारत के लिए लागत-प्रतिस्पर्धी बनाने के अपने मिशन के अनुरूप है।
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